हरियाणा के इस जिले में बंद हुआ रोजगार कार्यालय, पेड़ के नीचे लगता है ऑफिस

 
हरियाणा के इस जिले में बंद हुआ रोजगार कार्यलय, पेड़ के नीचे लगता है ऑफिस
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हरियाणा के कैथल में बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ी खबर है. यहां पर रोजगार मुहैया कराने वाला जिला कौशल रोजगार कार्यालय खुद बेघर हो गया है। इतना ही नहीं अब जिला परिषद कार्यालय में चल रहा यह कार्यालय एक पेड़ के नीचे बेंचों पर चल रहा है। एडीसी दीपक बाबू लाल करवा ने कार्रवाई करते हुए इस कार्यालय पर ताला जड़ दिया है। यहां रोजाना 200 से अधिक युवा रोजगार योजनाओं का लाभ लेने आते थे, लेकिन अब उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।

इस कार्यालय में 15 अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत हैं, जो अब पेड़ के नीचे बैठकर काम करने को मजबूर हैं। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें बिना किसी पुख्ता इंतजाम के कार्यालय से बाहर निकाल दिया गया है, जिससे उनका काम बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। यह मामला प्रशासनिक प्रबंधन व जनहित की अनदेखी का उदाहरण बन गया है। वहीं, कृषि विभाग के सहायक कृषि अभियंता का कार्यालय भी यहां चल रहा है। इस कार्यालय को भी खाली करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि कृषि विभाग के इस कार्यालय में रोजाना किसान कृषि उपकरण लेने आते हैं। जल्द ही इस कार्यालय पर भी कार्रवाई हो सकती है।

क्या है मामला?

चेयरमैन कर्मबीर कौल की अध्यक्षता में जिला परिषद सदन की बैठक में जिला रोजगार कार्यालय को खाली करने का प्रस्ताव पारित किया गया था। इसके बाद जिला प्रशासन से उनके भवन से कमरे खाली करने के लिए पत्राचार किया गया था। इस पर संज्ञान लेते हुए एडीसी दीपक बाबू लाल करवा ने 2 महीने पहले जिला सचिवालय में शिफ्ट करने के लिए वैकल्पिक कमरा तैयार करवाया था, लेकिन रोजगार कार्यालय के अधिकारी ने इसे शिफ्ट नहीं किया। बार-बार चेतावनी के बावजूद कमरा खाली न करने पर सभी कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया गया और कमरे में ताला लगा दिया गया। अब ये कर्मचारी जिला परिषद कार्यालय के प्रांगण में पेड़ों के नीचे बेंच पर बैठकर अपनी ड्यूटी का समय पूरा करते हैं। इस घटना से युवाओं और कर्मचारियों में प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ गया है। बेरोजगार युवाओं का कहना है कि यह कार्यालय उनके लिए उम्मीद की किरण था, लेकिन अब उन्हें अपना जरूरी काम पूरा किए बिना ही लौटना पड़ रहा है।