Model Chaiwali: कभी मिस गोरखपुर बनी थीं सिमरन गुप्ता, आखिर अब क्यों बेच रही चाय, जानें सब यहां
Model Chaiwali: एक लड़की जो कभी 'मिस गोरखपुर' थी, उसने मॉडलिंग छोड़कर चाय बेचना शुरू कर दिया है। इस लड़की का नाम सिमरन गुप्ता है और वह गोरखपुर चौराहे पर चाय बेचकर अपना घर चलाती है। बस यहीं कारण है कि जो भी लोग इस लड़की के बारे में सुनते हैं, चौंक जाते हैं। ज्यादातर लोग यह जानना चाहते हैं कि मिस गोरखपुर रह चुकी लड़की अब चाय का स्टॉल क्यों लगा रही है। अब आपको बता दें कि यह लड़की MBA चायवाला प्रफुल्ल बिलोरे और पटना की ग्रेजएुट चायवाली प्रियंका गुप्ता को देखकर काफी प्रभावित हुई। इसके बाद ही लड़की ने मॉडलिंग छोड़कर चाय बेचना शुरू कर दिया।
गोरखपुर चौराहे पर आपको 'मॉडल चायवाली' के नाम से चाय की एक स्टॉल मिल जाएगी। यहां चाय बेचने वाली लड़की सिमरन गुप्ता एक जमाने में कमाल की मॉडलिंग करती थीं। सिमरन गुप्ता ने मॉडलिंग का करियर छोड़कर चाय बेचना शुरू किया और आज उनकी दुकान पर दर्जनों लोगों की भीड़ लगी रहती है। अब जमाना सोशल मीडिया का है तो कुछ भी वायरल होने में समय कहां लगता है, बस इसी कड़ी में सिमरन गुप्ता के चाय बेचते हुए कई सारे वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं।
'मिस गोरखपुर' रह चुकी सिमरन गुप्ता ने अपने चाय बेचने की वजह का खुलासा करते हुए बताया कि वह साल 2018 में मिस गोरखपुर बनी थीं। मॉडलिंग की दुनिया में वह ठीक-ठाक काम कर रही थीं, लेकिन कोरोना आने के बाद उनको मॉडलिंग छोड़नी पड़ गई। इसके बाद उन्होंने MBA चायवाले प्रफुल्ल बिलोरे और ग्रेजुएट चायवाली प्रियंका गुप्ता से प्रभावित होकर चाय की दुकान खोल ली। सिमरन कहती हैं कि उनके घर की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वो फिर से सब ठीक होने का इंतजार करें बस इसलिए उन्होंने ये फैसला लिया।
दुकान का नाम 'मॉडल चायवाली'- सिमरन बताती है कि उन्होंने अपनी दुकान का नाम 'मॉडल चायवाली' इसलिए रखा क्योंकि दुकान के नाम में उनका प्रोफेशन भी जुड़ जाता है। इस कारण उन्होंने अपनी दुकान का ये नाम रखा।
सिमरन आगे बताती है कि जब प्रियंका गुप्ता और प्रफुल्ल बिलोरे चाय बेच सकते हैं तो वो भी ये कर सकती हैं। अगर बात करें सिमरन के परिवार की तो उनका एक भाई दिव्यांग है। जिसकी वजह से उनपर घर की जिम्मेदारियों का भी बोझ है। वैसे सिमरन ने एक जगह काम भी शुरू किया था, लेकिन उनकी सैलरी कई महीने अटकी रही, जिस वजह से उन्होंने अपना काम करने के बारे में सोचा और फिर चाय की दुकान खोल ली। वहीं सिमरन के पिता भी बेटी के काम से बेहद खुश हैं।