कैसा ये इश्क है! पांच बच्चों की मां को हुआ शख्स से प्यार, बिलखते बच्चे छोड़ रचा ली प्रेमी संग शादी

 
कैसा ये इश्क है! पांच बच्चों की मां को हुआ शख्स से प्यार, बिलखते बच्चे छोड़ रचा ली प्रेमी संग शादी
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हरियाणा की एक महिला ने शादी के 15 साल बाद अपने 5 बच्चों को छोड़कर अलवर में रहने वाले अपने प्रेमी से निकाह कर लिया. प्रेमी भी शादीशुदा है और उसके भी 5 बच्चे हैं. जब महिला अपने बच्चों को अलवर बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों के पास छोड़कर प्रेमी के संग उसके घर जाने लगी तो बच्चे बिलखने लगे और मां के पीछे भागने लगे.

महिला हरियाणा की, प्रेमी अलवर का रहने वाला

सदर थाना पुलिस के एएसआई ब्रह्म प्रकाश ने बताया कि गुरुवार रात को नूरजहां और मौसम खां जयपुर हाई कोर्ट के जरिए प्रोटेक्शन लेकर अलवर आए थे. नूरजहां का कहना है कि उसने 3 महीने पहले जयपुर में मौसम से मर्जी से निकाह किया है. अब 4 बच्चों को बाल संरक्षण समिति को सौंपकर जाना चाहती है. एक बच्चा हरियाणा में है जो मजदूरी करता है.

सदर पुलिस ने पांच बच्चों की मां नूरजहां को समझाने की कोशिश की. पहले तो उसने बच्चे अपने साथ रखने की हामी भर ली फिर बाद में मुकर गई. पुलिस शुक्रवार को सभी बच्चों को अलवर बाल कल्याण समिति लेकर आई. यहां कानूनी प्रक्रिया के तहत बच्चों को रखने की व्यवस्था कर दी गई है. इसके बाद नूरजहां व मौसम दोनों चले गए.

महिला का पति पीता था शराब, नहीं रखता था ख्याल

जानकारी के अनुसार, हरियाणा के खोहरी गांव की रहने वाली नूरजहां की शादी 15 साल पहले अलवर शहर के करीब जाजोरबास गांव में तैयब से हुई थी. नूरजहां का कहना है कि तैयब ट्रक ड्राइवरी करता था. वह घर आता और लौट जाता था. न उसका ख्याल रखता था न बच्चों . रोज शराब पीता और ऐसे में कई साल उसे बर्दाश्त किया.

मौसम बिना तलाक के दोनों पत्नियों के साथ रहेगा

मौसम ने बताया कि वह अपनी पहली पत्नी को तलाक नहीं देगा. नूरजहां को भी अपने साथ ही रखेगा. जहां मजदूरी करेंगे वहीं रहेंगे. मौसम ने बताया कि 3 महीने पहले उसने जयपुर में नूरजहां के साथ निकाह कर लिया था. इसके बाद दोनों नूरजहां के पीहर खोहरी गांव में रहे. मौसम हरियाणा में ही मजदूरी करता रहा.

बच्चों को बाल संरक्षण समिति के पास रखा जाएगा

समिति के सदस्यों ने नूरजहां को बच्चों को साथ रखने को लेकर समझाइश की लेकिन वह तैयार नहीं हुई. नूरजहां की दो बेटियों को जयपुर के बालिका आवास भेज दिया जाएगा. जबकि दो बेटों को अलवर के बाल आवास के हवाले कर दिया जाएगा. समिति ने बच्चों की कस्टडी ले ली. चारों बच्चे सहम गए हैं. 11 साल की बेटी सुनैना छठी क्लास में पढ़ती है. सुनैना ने कहा कि पता है मां मौसम के साथ रहेगी. हमारा अब क्या होगा पता नहीं. हम तो मां के साथ ही रहना चाहते हैं.

समिति बच्चों के पिता को करेगी तलब

शुक्रवार को उसके भाईयों तोहिद व रोहन को अलवर बाल आवास भेज दिया गया. सुनैना और उसकी छोटी बहन को जयपुर भेजने के लिए कागजी कार्रवाई शुरू की गई. फिलहाल बच्चों को सरकारी संरक्षण में रखा जाएगा. समिति इसके बाद बच्चों के पिता तैयब को तलब करेगी. उसका पक्ष सुना जाएगा. अगर तैयब और उसके माता-पिता बच्चों को साथ रखने को तैयार होंगे, तो बच्चे उन्हें सुपुर्द किया जाएगा.