Heart Attack: दिल के दौरे से बचने के लिए अपनाएं ये आसान नुस्खे और सावधानियां

 
 Heart Attack: दिल के दौरे से बचने के लिए अपनाएं ये आसान नुस्खे और सावधानियां
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 Heart Attack: भारत में दिल के मरीजों की तादाद काफी ज्यादा है और यह बीमारी आजकल युवाओं में भी फैलती जा रही है। अक्सर लोग हार्ट अटैक के लक्षणों को नजरअंदाज करते हैं और बीमारी के शिकार हो जाते हैं। यह लेख हार्ट अटैक को पहचानने, इसके पहले और बाद के इलाज के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।

  1. हार्ट अटैक का अर्थ और कारण: हार्ट अटैक एक जीवन-threatening स्थिति है, जिसमें हमारी धमनियों में खून की सप्लाई अचानक रुक जाती है। यह रुकावट असल में कोरोनरी आर्टरीज (Coronary Arteries) में खून के थक्के जमने के कारण होती है। जिससे हार्ट में खून की सप्लाई रुक जाती है और सीने में तेज दर्द होता है।
  2. हार्ट अटैक के लक्षण: हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानना जरूरी है। इसमें सीने में तेज दर्द, सांस लेने में परेशानी, छाती में भारीपन, हाथों और जांघों में दर्द, बेहोशी आदि शामिल हो सकते हैं।
  3. हार्ट अटैक के दौरान कैसे करें नियंत्रण: यदि आप या आपके आसपास किसी को हार्ट अटैक का सामना करना पड़े तो तुरंत अस्पताल ले जाएं। अस्पताल पहुंचने तक, यहां बताए गए CPR तकनीकों का उपयोग करें जिससे उनकी जान बच सकती है।
  4. कैसे बचें हार्ट अटैक से: युवाओं में हार्ट अटैक के बढ़ते प्रकार को रोकने के लिए नियमित योग, व्यायाम, स्वस्थ आहार, नियमित मेडिकल जांच, तनाव से दूर रहना, धूम्रपान और शराब के सेवन से बचना आवश्यक है।
  5. एंजियोप्लास्टी का महत्व: हार्ट अटैक के बाद एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) और बाइपास सर्जरी (Bypass Surgery) का इलाज किया जाता है। यह कार्डियोलॉजी का एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो हार्ट मसल्स तक ब्लड सप्लाई करने वाली धमनियों के ब्लॉकेज को हटाता है।