Chanakya Niti: जीवन में अपनाएं कुत्तों के ये गुण, मिलेगी सफलता पक्की, जानें जल्दी

 
Chanakya Niti: जीवन में अपनाएं कुत्तों के ये गुण, मिलेगी सफलता पक्की, जानें जल्दी
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अगर व्यक्ति में कुछ नया करने और सीखने की चाहत हो तो प्रकृति से बहुत कुछ सीखा जा सकता है. कई बार हमारे आसपास के पशु-पक्षी जीवन के रहस्यों को समझने में मदद करते हैं. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति कुत्ते से बहुत कुछ सीख सकता है. कुत्ते में कुछ ऐसे गुण होते हैं, जो भी व्यक्ति अपने जीवन में उन गुणों का पालन करता है, वह न सिर्फ अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है, बल्कि समाज में सम्मान भी प्राप्त कर सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि आचार्य चाणक्य कुत्ते के किन गुणों को सीखने पर जोर देते हैं.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति की नींद कुत्ते की तरह होनी चाहिए. जिस तरह कुत्ता हल्की सी आहट सुनकर भी जाग जाता है. अगर व्यक्ति भी इसी तरह सोएगा तो वह आने वाली हर परिस्थिति का अंदाजा लगाकर सतर्क रहने की कोशिश करेगा.

चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को कुत्ते से वफादारी का गुण सीखना चाहिए. जिस तरह कुत्ता कभी भी मालिक की बातों को नजरअंदाज नहीं करता. मालिक जो भी कहता है, वह उसके अनुसार काम करता है. इसी तरह व्यक्ति को भी अपने काम के प्रति वफादार होना चाहिए. जो व्यक्ति अपने काम के प्रति वफादार होता है, वह एक दिन अपनी मंजिल तक जरूर पहुंचता है।

चाणक्य नीति के अनुसार, व्यक्ति कुत्ते से संतोषी स्वभाव सीख सकता है। कुत्ता बहुत ही संतोषी स्वभाव का होता है। उसे दिनभर में जो भी रोटी या भोजन मिल जाए, वह उससे संतुष्ट हो जाता है। इसी तरह व्यक्ति को भी अपने काम और चीजों से संतुष्ट रहना चाहिए। अधिक परेशानियों और दुखों की चाहत व्यक्ति को परेशान करती है, क्योंकि अधिक की चाहत में व्यक्ति कई बार गलत रास्ते पर भी चला जाता है।

आचार्य चाणक्य बताते हैं कि व्यक्ति को कुत्ते से निडरता और बहादुरी का गुण सीखना चाहिए। जिस तरह कुत्ता अपने मालिक के लिए अपनी जान की बाजी लगा देता है और संकट में घबराता नहीं है। उसी तरह व्यक्ति को भी किसी भी परिस्थिति का डटकर सामना करना चाहिए। जो व्यक्ति मुसीबत में पीछे नहीं हटता, वह अपना जीवन बड़े सम्मान के साथ जीता है।