Business Idea: खेती के साथ किसान करें इस फसल की खेती, होगा तगड़ा मुनाफा

आजकल अधिकतर किसान कृषि के पुराने तौर तरीकों को छोड़कर नए तरीकों से अलग अलग तरह की फसलों की खेती कर रहे हैं।
 
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आजकल अधिकतर किसान कृषि के पुराने तौर तरीकों को छोड़कर नए तरीकों से अलग अलग तरह की फसलों की खेती कर रहे हैं। खेती के लिए ऐसे कई विकल्प उपलब्ध हैं जिनसे पारंपरिक खेती से कई गुना ज्यादा कमाई की जा सकती है। 

अगर आप भी ऐसी ही फसल उगाने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको एक बेहतरीन आइडिया दे रहे हैं. आपको बता दें कि इन दिनों बाजार में इस चीज की काफी डिमांड है।

यहां हम एलोवेरा की खेती के बारे में बात कर रहे हैं। एलोवेरा का उपयोग दवा, फिटनेस, हर्बल उत्पाद और सौंदर्य प्रसाधन आदि में किया जाता है।

 कई बड़ी कंपनियां इसे ऊंचे दामों पर खरीदने के लिए तैयार रहती हैं। ऐसे में यह आपके लिए एक अच्छा बिजनेस हो सकता है. आइए जानते हैं इसकी खेती कैसे करें.

मांग के अनुरूप एलोवेरा की खेती न होने के कारण देश-विदेश की कई बड़ी कंपनियों को अच्छी गुणवत्ता वाला एलोवेरा नहीं मिल पाता है। यही कारण है कि एलोवेरा की खेती अब फायदे का सौदा बन गई है.

 इसलिए अगर आप भी अपना कोई काम शुरू करना चाहते हैं तो एलोवेरा की खेती कर सकते हैं. ऐसे में अगर आप कंपनियों की मांग के मुताबिक अच्छी गुणवत्ता वाले एलोवेरा का उत्पादन करते हैं तो आप इसके जरिए लाखों रुपये कमा सकते हैं.

एलोवेरा की खेती ट्रांसप्लांटेशन के जरिए की जाती है यानी आपको पौधे लाकर लगाने होंगे. इसकी खेती के लिए बारिश का मौसम अच्छा माना जाता है लेकिन आप इसकी शुरुआत फरवरी से अगस्त के बीच कभी भी कर सकते हैं. एक एकड़ जमीन में लगभग 10 हजार एलोवेरा के पौधे लगाए जा सकते हैं.

पौधों की संख्या मिट्टी और जलवायु के प्रकार पर निर्भर करती है। जिस जलवायु में पौधे अधिक उगते हैं और अधिक फैलते हैं, वहां पौधों के बीच अधिक दूरी रखी जाती है। जहां पौधे कम बढ़ते हैं वहां उनके बीच की दूरी कम रखी जाती है.

एलोवेरा की खेती की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है। इसकी खेती रेतीली और दोमट मिट्टी में की जा सकती है.
 एलोवेरा की खेती के लिए आपको ऐसी भूमि का चयन करना चाहिए जहां जल निकासी की पूरी व्यवस्था हो. इसकी खेती उस भूमि पर नहीं की जा सकती जिसमें पानी जमा रहता हो। एलोवेरा की खेती उन जगहों पर भी नहीं की जा सकती जहां बहुत ठंड होती है। सूखे इलाकों में एलोवेरा की खेती करना ज्यादा फायदेमंद होता है.