Tyre Burst Causes: कार चलाते हैं तो Tyre रखें ध्यान, वरना हो सकता है बड़ा नुकसान, भूलकर भी न करें ये गलतियां

Tyre Burst Causes : यदि आपके पास फोर व्हीलर है तो उसके मेंटेनेंस के लेकर हमेशा अलर्ट रहें। खासकर टायर को लेकर। अन्यथा बड़ा नुकसान हो सकता है।
 
कार चलाते हैं तो Tyre रखें ध्यान
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Tyre Burst Causes : यदि आपके पास फोर व्हीलर है तो उसके मेंटेनेंस के लेकर हमेशा अलर्ट रहें। खासकर टायर को लेकर। अन्यथा बड़ा नुकसान हो सकता है। जैसा कि सभी जानते हैं कि कार के टायर की कंडीशन अच्छी होती है तो उसका परफार्मेंस भी शानदार होता है। समय के साथ टायर्स घिस जाते हैं, जिसका माइलेज पर भी खराब असर होता है। अगर आप वक्त रहते अपने टायर को नहीं बदलते हैं तो आपके लिए ये काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है। इससे आपका आर्थिक नुकसान तो होगा ही,  साथ में आपके साथ दुर्घटना भी हो सकती है। देश में टायर फटने की वजह से काफी दुर्घटनाएं होती हैं। कार का टायर कई कारणों से फटता है। हम इन्हीं कारणों पर नजर डालेंगे। साथ ही कुछ उन उपायों के बारे में भी बात करेंगे ताकि ऐसी स्थितियों को रोका जा सके।

उबड़-खाबड़ सड़कों में फट सकता है टायर

सड़कों की खराब स्थिति के चलते भी टायर फटने जैसी स्थिति सामने आ जाती है। अक्सर सड़क पर मौजूद उबड़-खाबड़ गड्ढों से हम बचकर निकल लेते हैं। कई बार ध्यान नहीं देते और टायर गड्ढों में उसकी नुकीली परत से टकरा जाता है। अगर आपके कार का टायर पुराना है और घिस चुका है तो ऐसी स्थिति में टायर फटने की आशंका बढ़ जाती है।

हीट-बिल्ड अप का ख्याल रखना जरूरी

हीट-बिल्ड अप के कारण टायरों के अंदर की हवा गर्म होने लगती है। ड्राइविंग के वक्त सड़क की सतह और टायर के बीच घर्षण होता है। इससे काफी अधिक तापमान जनरेट होता है और टायर की रबर कमजोर हो जाती है। इससे टायर फटने की घटनाएं हो जाती हैं।

वाहन चलाते वक्त गति को नियंत्रित रखें

बाजार में उपलब्ध प्रत्येक टायर के एक निश्चित गति सीमा तय होती है। ज्यादा तेज कार को ड्राइव करने पर टायर उस गति को झेलने में सक्षम नहीं होता। इस दौरान सड़क की सतह और टायर घर्षण से ज्यादा तापमान जनरेट करने करते हैं। ऐसी स्थिति में टायर फटने की घटनाओं में इजाफा हो सकता है।

ओवरलोडिंग का भी रखें ख्याल

कार को ओवरलोड करने से भी टायर फटने का कारण हो सकता है। ओवरलोडिंग के चलते कार का सारा वजन टायरों पर ट्रांसफर हो जाता है। ऐसे में लो क्वालिटी या पुराने हो चुके कार के टायर की फटने की आशंकाएं बढ़ जाती है।

टायर को फटने से बचाने के उपाय

- सभी टायर ट्रेड वियर इंडिकेटर बार के साथ आते हैं। यह इंडिकेटर हमें बताता है कि टायर को कब बदलना चाहिए। सामान्यत: टायर की गहराई 1.5 मिमी होनी चाहिए। यदि टायर खराब हो जाए या उसकी गहराई कम हो जाए तो इंडिकेटर बार बाकी टायर के साथ ओवरलैप हो जाएगा। ऐसे में जितनी जल्दी हो सके टायर बदल लें।

- टायर का दबाव गर्मी के साथ बढ़ता है और तापमान कम होने पर घटता है। इसलिए अपने आसपास के मौसम की स्थिति से भी अवगत रहें। अपने वाहन को सही टायर प्रेशर के साथ ही राइड करें।

- प्रत्येक कार को केवल एक निश्चित स्तर के वजन को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस स्थिति का पालन करें। अगर आप ओवरलोडिंग करेंगे तो आपके सामने गंभीर स्थिति सामने आ सकती है, टायर फटने के चलते कार दुर्घटनाग्रस्त भी हो सकती है।

- सही ब्रांड के टायरों का ही चुनाव करें। अनजाने ब्रांडों या नकल करने वालों के साथ नहीं जाएं। इनसे दूर रहने में ही भलाई है। गलत टायर का चुनाव आपके जीवन को खतरे में डाल सकता है।