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हरियाणा में ग्राम सचिव भर्ती में आंसर की फर्जीवाड़े का खुलासा हो रहा है। इस मामले में एसआईटी की टीम लगातार दबिश दे रही है। स्पेशल टीम ने गामड़ा निवासी जितेंद्र और बुड़ाना निवासी प्रवेश को गिरफ्तार किया है। दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक आरोपी जितेंद्र जींद में कोचिंग सेंटर संचालक है। जितेंद्र ने ही आंसर की मुहैया करवाई थी। इसके लिए काफी समय से साठंगांठ की हुई बताई जा रही है। इसके बाद परीक्षार्थी राकेश को एप के जरिये यह आंसर की उपलब्ध करवाई गई थी।
इसके अलावा ई-डिवाइस दिलवाने में मदद की थी। आरोपी प्रवेश ने सेंटर के बाहर रहकर मदद की। जांच में पता चला कि आरोपी ने आंसर-की हासिल करने के बाद उसे डिलीट कर दिया था। फोन जब्त कर आंसर-की रिकवर करने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस अब कोचिंग सेंटर संचालक जींद वासी जितेंद्र, रोहतक वासी धर्मेंद्र, करनाल वासी परमजीत और ई-डिवाइस लाने वाले सोनीपत वासी रविंद्र, अंकित, आशीष को आंसर की देने वाले रोहतक वासी पुष्पेंद्र की तलाश जारी है। इनके घरों और संभावित ठिकानों पर पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। मॉडल टाउन स्कूल और सेंट कबीर स्कूल प्रकरण में ई-डिवाइस व आंसर-की उपलब्ध करवाने वाले मामले में शामिल रविंद्र, अंकित और आशीष को अर्बन एस्टेट थाना पुलिस सोनीपत लेकर गई है।
पानीपत, ग्राम सचिव परीक्षा का पेपर लीक करने की साजिश के मामले में एसआईटी पैराडाइज स्कूल मालिक जगदीप, गन्नौर के राहुल समेत 6 आरोपियों का दोबारा रिमांड लेगी। इसमें अभी केस को लेकर कुछ राज जानना बाकी हैं। बाकी 8 आरोपियों को जेल भेजा जाएगा। 3 दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने पर सभी 14 आरोपियों को एसआईटी गुरुवार को कोर्ट में पेश करेगी।
एसआईटी की चार टीमें बहादुरगढ़, रोहतक, दिल्ली और मतलौडा में छापेमारी कर रही हैं। एएसपी पूजा वशिष्ट ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया है कि परीक्षा पास कराने का 10 से 12 लाख रुपए में सौदा हुआ था। कुछ रकम आरोपियों ने पहले ले ली थी। एएसपी ने बताया कि केस में कई सुराग हाथ लगे हैं।