हमें आपस में नहीं लड़ना, पूंजीपतियों से लड़ना है जो हमें खा रहे- गुरनाम चढूनी

 
हमें आपस में नहीं लड़ना, पूंजीपतियों से लड़ना है जो हमें खा रहे- गुरनाम चढूनी
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किसान आंदोलन को लगभग 9 महीने से उपर का समय हो गया है. अब सरकार सरकार इन बिलों का कोई हल नहीं निकाल पाई है. वहीं किसान लगातार धरने दे रहे है.

हाल ही में करनाल घरौडा टोल पर हुए विवाद के बाद किसान एक पर फिर सरकार पर मुखऱ है. इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी खटकड़ टोल पर जारी किसानों के धरने में पहुंचे. वहां उन्होंने किसानों को संबोधित किया.

गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि खटकड़ टोल का धरना पूरे प्रदेश में नंबर एक पर चल रहा है. क्योंकि इस टोल पर महिलाओं और युवाओं की भागीदारी बराबर की है. इसी दौरान गुरनाम सिंह चढूनी ने एक बार फिर सरकार पर हमला बोला.

उन्होंने कहा कि हमें एक होकर रहना है. यदि हम एक होकर नहीं रहेंगे तो वो हमें खा जाएँगे. साथ ही चढूनी ने कहा कि हम खुद के लिए नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए धरनों पर बैठे हैं. आगे उन्होंने कहा कि हम आपस में लड़ने के लिए नहीं बैठे हैं बल्कि हम उन लोगों के लिए धरनों पर बैठे हैं, जिनको पूंजीपति खा रहे हैं.

बता दें कि करनाल में हुए लाठीचार्ज के बाद से गुरनाम सिंह चढूनी पूरी तरह से सरकार पर बरस रहे है. वहीं घरौंडा में हुई किसान पंचायत में भी आगे की रणनीति तैयार की गई थी.