Maharashtra Political Crisis: 7 दिन के लिए 70 कमरे बुक, 56 लाख का खर्च...'शाही' बगावत काट रहे शिवसेना के बागी विधायक, पढ़ें पूरी खबर

 
Maharashtra Political Crisis: 7 दिन के लिए 70 कमरे बुक, 56 लाख का खर्च...'शाही' बगावत काट रहे शिवसेना के बागी विधायक, पढ़ें पूरी खबर
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Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. शिवसेना के दिग्गज नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे के बागी होने के कारण महाराष्ट्र सरकार पर संकट आया है. शिंदे का दावा है कि उनके पास 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. इसमें शिवसेना, निर्दलीय और अन्य दलों के विधायक हैं. ये सभी विधायक गुवाहाटी के फाइव स्टार होटल में डेरा डाले हुए हैं.

इस बीच जो जानकारी सामने आ रही है कि उसके मुताबिक, होटल के 70 कमरे 7 दिनों के लिए बुक किए गए हैं. एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायक बुधवार सुबह गुजरात के सूरत से गुवाहाटी पहुंचे. एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद सभी विधायक होटल रेडिसन ब्लू के लिए रवाना हुए.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेडिसन ब्लू होटल के कमरों के लिए सात दिनों का टैरिफ 56 लाख रुपये है. इसके अलावा खाने और अन्य सेवाओं का रोज का खर्च 8 लाख रुपये है. होटल में 196 कमरे हैं. विधायकों के लिए बुक किए गए 70 कमरों के अलावा, प्रबंधन नई बुकिंग स्वीकार नहीं कर रहा है. इसके अलावा, रेस्टोरेंट और बैंकेट भी बंद है.

फ्लाइट का खर्च 50 लाख से ज्यादा

महाराष्ट्र के ये बागी विधायक बुधवार सुबह सूरत से गुवाहाटी पहुंचे. बता दें कि सूरत से गुवाहाटी के लिए चार्टर्ड फ्लाइट भी कोई सस्ता सफर नहीं है. एक अनुमान के मुताबिक, 30 से ज्यादा लोगों को चार्टर सेवाएं देने में करीब 50 लाख रुपये से ज्यादा का खर्च है. इसके अलावा होटलों और अन्य परिवहन व्यवस्थाओं की लागत अलग है. इसके अलावा और भी कई खर्चे ऐसे हैं जो जोड़े नहीं जा सकते हैं.

गुवाहाटी में डेरा डाले हुए एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के सामने शर्त रखी है कि वो कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से गठबंधन तोड़े. शिंदे का कहना है कि शिवसेना नेताओं को पिछले ढाई साल में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है.

'बीजेपी से गठबंधन करे शिवसेना'

कुछ बागी विधायकों ने कहा है कि नई सरकार बनाने के लिए शिवसेना को "स्वाभाविक सहयोगी" बीजेपी के साथ गठजोड़ करना चाहिए. विधायकों ने एक सप्ताह के लिए गुवाहाटी में होटल बुक किया है, जो दर्शाता है कि वे लंबे वक्त तक यहां रुकने के लिए तैयार हैं.

इस बीच, शिवसेना ने कहा कि वह महाविकास अघाडी से बाहर निकलने पर विचार करेगी, लेकिन तभी जब बागी 24 घंटे में लौट आएंगे. शिवसेना के लिए यह एक मुश्किल वक्त हैं क्योंकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी विधायकों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है.

शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि हम महाराष्ट्र में एमवीए सरकार से बाहर निकलने के लिए तैयार हैं, लेकिन पार्टी के बागियों को 24 घंटे में मुंबई (गुवाहाटी से) लौटना चाहिए. उन्होंने कहा कि बागी विधायकों को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए. वे ट्विटर और व्हाट्सएप पर पत्र न लिखें.