Women IAS Officers: राजस्थान में इन 7 महिला अफसरों के हाथों में 7 जिलों की कमान, देखें पूरी जानकारी
Women IAS Officers: राजस्थान में भजनलाल सरकार ने हाल ही में आईएएस अफसरों की तबादला सूची जारी की। इस सूची में 33 जिलों के कलेक्टर बदले हैं। कार्मिक विभाग ने पहली बार 7 जिलों की कमान महिला अधिकारियों के जिम्मे सौंपी है।
कोटपूतली बहरोड़, चूरू, झुंझुनूं, सिरोही, प्रतापगढ़, केकड़ी और टोंक जिले में महिला कलेक्टर की नियुक्ति की गई है। इनमें 5 कलेक्टर डायरेक्ट आईएएस हैं जबकि 2 प्रमोटी आईएएस हैं। टोंक की जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा सबसे यंग जिला कलेक्टर हैं। उनकी उम्र महज 30 वर्ष है। 31 वर्षीय श्वेता चौहान को केकड़ी का कलेक्टर लगाया है।
30 वर्षीय डॉ. सौम्या झा मध्यप्रदेश की रहने वाली हैं। एमबीबीएस कर चुकी डॉ. सौम्या पहले ही प्रयास में आईएएस में चयनित हुई थी। उन्हें हिमाचल प्रदेश कैडर मिला लेकिन दो साल पहले राजस्थान कैडर के आईएएस अक्षय गोदारा से शादी करके उन्होंने अपना कैडर बदल लिया और वे राजस्थान आ गईं।
डॉ. सौम्या राजस्थान ग्रामीण विकास परिषद की सीईओ एंड चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर रह चुकी हैं। इससे पहले वे गृह विभाग में संयुक्त सचिव और टोंक जिला परिषद की सचिव भी रह चुकी हैं। अभी उन्हें टोंक की जिला कलेक्टर बनाया गया है।
31 वर्षीय श्वेता चौहान उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। वे 2017 बैच की आईएएस हैं। पहले ही प्रयास में श्वेता चौहान 2013 ने यूपीएससी क्रेक कर लिया था, उनकी रैंक 573वीं थी। बाद में उन्होंने 2015 की परीक्षा में 474 रैंक पाई थी।
वर्ष 2016 में उन्होंने ऑल इंडिया 8वीं रैंक हासिल की और राजस्थान कैडर की आईएएस बनी। वे भिवाड़ी, खैरथल तिजारा में बीडा की सीईओ रह चुकी हैं। पाली जिला परिषद की सीईओ और सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय जोधपुर की रजिस्ट्रार भी रह चुकी हैं। अभी उन्हें केकड़ी जिला कलेक्टर बनाया गया है
वर्ष 2015 बैच की आईएएस अंजली राजोरिया जयपुर की रहने वाली है। एमबीबीएस करने के बाद अंजलि ने यूपीएससी क्रेक किया और आईएएस बन गई। वे नवगठित जिले गंगापुर सिटी की कलेक्टर रह चुकी हैं।
इससे पहले अतिरिक्त संभागीय आयुक्त उदयपुर, जिला परिषद सीईओ डूंगरपुर, एडिशनल कमिश्नर टीएडी उदयपुर में भी सेवाएं दे चुकी है। अब उन्हें प्रतापगढ़ जिला कलेक्टर बनाया गया है।
वर्ष, 2014 बैच की आईएएस शुभम चौधरी दिल्ली की रहने वाली हैं। इकोनॉमिक्स में एमए करने के बाद वे दिल्ली यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर बन गई थी। इसी के साथ शुभम ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। तीन बार एग्जाम दिए और तीनों ही बार चयन हुआ।
तीसरे प्रयास में उन्हें ऑल इंडिया 11वीं रैंक मिली। वे डूंगरपुर और नवगठित जिले कोटपूतली बहरोड़ में कलेक्टर रह चुकी हैं। लम्बे समय तक आरपीएससी में सचिव भी रही। हॉर्टिकल्चर और लेबर डिपार्टमेंट में सचिव और कोटा, सिरोही में जिला परिषद सीईओ भी रह चुकी हैं। अब उन्हें सिरोही का जिला कलेक्टर बनाया है।
वर्ष 2014 बैच की चिन्मयी गोपाल दिल्ली की रहने वाली हैं। इकोनॉमिक्स में एमए करने के बाद चिन्मयी गोपाल ने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी को क्रेक करते हुए ऑल इंडिया 16वीं रैंक हासिल की। वे रूरल नॉन फार्म सेक्टर डवलपमेंट एजेंसी की एमडी रह चुकी हैं।
उद्योग विभाग में संयुक्त सचिव और अजमेर नगर निगम की कमिश्नर के अलावा बीकानेर और श्रीगंगानगर जिला परिषद की सीईओ भी रह चुकी हैं। अब उन्हें झुंझुनूं जिला कलेक्टर बनाया गया है।
सिरोही की रहने वाली कल्पना अग्रवाल प्रमोटी आईएएस हैं। वे लम्बे समय से बतौर आरएएस अधिकारी अलग अलग जिलों के विभिन्न विभागों में कार्यरत रही हैं। नवगठित जिले अनूपगढ में कलेक्टर भी रहीं।
राज्य बीमा एवं भविष्य़ निधि विभाग के निदेशक के रूप में भी काम किया। जयपुर में आरटीओ और कई जिलों में एडीएम और जिला परिषद सीईओ भी रह चुकी हैं। अब उन्हें कोटपूतली बहरोड़ जिला कलेक्टर बनाया गया है।
बीकानेर की रहने वाली पुष्पा सत्यानी प्रमोटी आईएएस हैं। वे कृषि एवं विपणन विभाग की डायरेक्टर रह चुकी हैं। महिला अधिकारिता एवं पंचायती राज विभाग में कमिश्नर, राजस्थान शहरी पेयजल सीवरेज एवं बुनियादी ढांचा निगम की कार्यकारी निदेशक और पीएचईडी में संयुक्त सचिव सहित विभिन्न पदों पर कार्य कर चुकी हैं। अब उन्हें चूरू जिला कलेक्टर बनाया गया है।