Viral News : डाक्टरों के चमत्कार ने दुनिया को हैरत में डाला, 4 साल की बच्ची के हाथ में ट्रांसप्लांट की पैरों की उंगलियां

डाक्टरों को ऐसे ही भगवान का दर्जा हासिल नहीं होता है
 
bache ko lagayi pero ki ungaliyo ko hto me
WhatsApp Group Join Now

Viral News : डाक्टरों को ऐसे ही भगवान का दर्जा हासिल नहीं होता है. कई मौकों पर वह अपनी प्रतिभा से ऐसे मुश्किल मामलों में मरीज की जान बचा देते हैं, जो सुनने में असंभव सा लगता है. ऐसा ही एक उदाहरण सामने आया है, दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल से, जहां डाक्टरों ने 4 साल की बच्ची मायरा के हाथ में पैर की उंगलियों को ट्रांसप्लांट कर एक नई जान फूंक दी है. उंगलियां मिलने पर बच्ची अब खुश हैं क्योंकि वह स्कूल जा पाएगी और इन उंगलियों से कलम भी पकड़ पाएगी. 

राजस्थान के अलवर की रहने वाली चार साल की मायरा का चारा काटने वाली मशीन में हाथ कट गया था. जिसकी वजह से उसे दोनों हाथों की उंगलियां गंवानी पड़ी. हालांकि बच्ची को समय पर अस्पताल ले जाया गया था लेकिन हाथ जोड़ने में सफलता नहीं मिली. ऐसे में बच्ची को लेकर उसके पिता सफदरजंग अस्पताल के बर्न एंड प्लास्टिक सर्जन विभाग में पहुंचे.

बर्न एंड प्लास्टिक विभाग के एचओडी ने कहा कि यह बहुत ही चुनौतीपूर्ण सर्जरी थी, जिसमें टीम वर्क के जरिए सफलता हासिल हुई है. इस बारे में सर्जन डॉक्टर राकेश ने कहा कि हमने पैर की दो उंगली, अंगूठा और पास वाली पैर की दूसरी उंगली को हाथ में ट्रांसप्लांट करने का फैसला किया, ताकि इस दो उंगली से वह चम्मच और कलम भी पकड़ सके.

सर्जन ने बताया कि बाएं पैर की दो उंगली को खून की नली, नर्व और टेंडन (मांसपेशी को हड्डी से जोड़नेवाली नस) को निकालना और उसे इतने छोटी बच्ची के हाथ में जोड़ना आसान काम नहीं है. उन्होंने कहा कि बच्चों में खून की नसें धागे से भी पतली होती है. खून की तीन पतली-पतली नसों को जोड़ा गया. इससे ब्लड सप्लाई पूरी होती है. इसके बाद एक नर्व को हाथ के नर्व से जोड़ा गया, जिससे छूने आदि का एहसास हो सके और तीसरा 4 टेंडन जोड़ा, जिससे वह उंगली आगे-पीछे कर सके.

डॉक्टर ने बताया कि सुबह नौ बजे सर्जरी शुरू हुई थी, जो शाम 6 बजे तक चली. 16 मई को सर्जरी हुई और 19 मई तक बच्चीं में काफी सुधार हुआ है, खून की सप्लाई शुरू हो गई है. धीरे-धीरे उंगली काम करना शुरू कर देगी. बच्ची के चेहरे पर उंगलियां वापस पाने की जो खुशी है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है.