Vande Bharat Train: देश के इस राज्य में चलेगी पहली वंदे मेट्रो ट्रेन, जानें रूट और विशेषताएं
Vande Bharat Train: देशभर में रेल नेटवर्क को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब वंदे मेट्रो ट्रेन को पटरी पर उतारने की तैयारियां तेज हो गई हैं। आमतौर पर जब किसी नई श्रेणी की ट्रेन शुरू की जाती है तो उसे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली या आर्थिक राजधानी मुंबई से हरी झंडी दिखाई जाती है।
पहली शताब्दी एक्सप्रेस दिल्ली से, पहली तेजस मुंबई से, दुरंतो एक्सप्रेस दिल्ली से और वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से चलाई गई थी, लेकिन पहली वंदे मेट्रो ट्रेन को इन शहरों की बजाय किसी और शहर से चलाने की योजना बनाई गई है। इसका ट्रायल भी शुरू हो गया है। ऐसे में यहां जानते हैं कि वो रूट कौन सा है और देश में और किन वंदे मेट्रो ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।
इस रूट पर चलेगी पहली वंदे मेट्रो ट्रेन
इस समय देश में 52 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जा रही हैं और इन ट्रेनों को यात्रियों का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए वंदे मेट्रो ट्रेनें शुरू की गई हैं और इसका रूट भी लगभग फाइनल कर दिया गया है। रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, गुजरात के अहमदाबाद और वडोदरा के बीच पहली वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है।
हाल ही में 20 कोच वाली वंदे मेट्रो ट्रेन का ट्रायल भी किया जा चुका है। हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय से मंजूरी मिलने के बाद ही रूट फाइनल किया जाएगा। ये हैं संभावित रूट रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, देश के करीब 124 शहरों को वंदे मेट्रो ट्रेन से जोड़ने की योजना है।
संभावित रूटों में लखनऊ-कानपुर, आगरा-मथुरा, दिल्ली-रेवाड़ी, भुवनेश्वर-बालासोर, आगरा-दिल्ली, तिरुपति-चेन्नई, इलाहाबाद-वाराणसी, भोपाल-जबलपुर, गोरखपुर-लखनऊ, दिल्ली-मुरादाबाद, अमृतसर-चंडीगढ़ और दिल्ली-आगरा शामिल हैं। वंदे भारत मेट्रो की खासियत इस ट्रेन की सबसे बड़ी खूबी यह होगी कि यह मौजूदा वंदे भारत से कम समय में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेगी, यानी इसका पिक अप टाइम और कम कर दिया गया है।
मौजूदा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार पकड़ने में 52 सेकंड का समय लगता है, लेकिन वंदे भारत मेट्रो को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि इसे 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार पकड़ने में 45 से 47 सेकंड का समय लगेगा। हालाँकि, इस ट्रेन की रफ़्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटे इसलिए रखी गई है क्योंकि वंदे भारत मेट्रो ट्रेन के स्टेशनों के बीच ज़्यादा दूरी नहीं होगी। ऐसे में ज़्यादा रफ़्तार बनाए रखने की ज़रूरत नहीं है।