खूबसूरती में बड़ी-बड़ी हिरोइन को टक्कर देती हैं ये IAS अफसर, तस्वीरों में देखिए स्टाइलिश अंदाज
देश की सबसे कठिन परीक्षा UPSC क्वॉलीफाई करना हर युवा का सपना होता है। हर साल बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स शामिल होते हैं लेकिन उनमें से कुछ को ही सफलता मिलती है। इनमें से कुछ ऐसे भी होते हैं, जिनकी परिणाम के पीछे अनगिनत सक्सेस स्टोरी होती है। उन्हीं में से एक हैं सर्जना यादव (Sarjana Yadav).. दिल्ली की सर्जना यादव उन स्टूडेंट्स में आती हैं, जिन्होंने बिना कोचिंग सिविल सर्विसेज एग्जाम को पास किया और आईएएस ऑफिसर बनी। वह जितनी टैलेंडेट हैं, उतनी ही खूबसूरत भी। उनके आगे बड़ी-बड़ी हिरोइन की सुंदरता भी फीकी लगती है। आइए जानते हैं सर्जना यादव की सफलता के पीछे की कहानी और तस्वीरें उनके स्टाइलिश अंदाज की.
सेल्फ स्टडी से सफलता
दिल्ली की सर्जना यादव ने सिविल की तैयारी के लिए कभी कोचिंग का मुंह तक नहीं देखा। उन्होंने सेल्फ स्टडी की और देश की सबसे कठिन परीक्षा में परचम लहरा दिया। उनका कहना है कि यह पूरी तरह उम्मीदवार पर होता है कि वह कोचिंक करे या नहीं। अगर उसे लगता है कि उसके पास पर्याप्त स्टडी मेटेरियल है और उसकी स्ट्रैटजी शानदार तो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
पहले दो बार मिली असफलता
सर्जना यादव जॉब के साथ यूपीएससी की तैयारी कर रही थीं। पहले दो बार उन्होंने परीक्षा दी लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। एग्जाम क्लीयर न कर पाने का मलाल तो उनके दिल में था लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और हर असफलता के साथ कुछ न कुछ सीखा।
पढ़ाई पर फोकस करने छोड़ी जॉब
संजना फुल टाइम जॉब करती थी तो पढ़ाई पर पूरी तरह फोकस नहीं कर पाती थी। फिर साल 2018 में तीसरे प्रयास से पहले उन्होंने अपनी जॉब छोड़ दी और ज्यादा मेहनत के साथ परीक्षा की तैयारी में जुट गईं। उन्होंने सेल्फ स्टडी की और खूब मेहनत भी।
आखिरकार 2019 में पूरा हुआ सपना
साल 2019 में सर्जना यादव एक बार फिर से यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुईं। इस बार उन्होंने काफी स्ट्रैटजी के साथ पढ़ाई की थी। आखिरकार जब रिजल्ट आया तो उनका नाम सफल उम्मीदवारों में शामिल था। उन्हें ऑल इंडिया 126वीं रैंक मिली। तीसरे अटेम्प्ट में उनका IAS बनने का सपना पूरा हुआ।
डीप स्टडी जरुरी- सर्जना यादव
आईएएस सर्जना यादव यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों को सक्सेस मंत्र देती हैं कि किसी भी सब्जेक्ट को आधा-अधूरा नहीं बल्कि डीप स्टडी करें। अपनी क्षमता के हिसाब से स्ट्रैटजी बनाए और कंफ्यूजन की स्थिति से पूरी तरह बचें। तैयारी को लेकर दिन के घंटे तय कर लें और फिर उसी पर फोकस होकर स्टड़ी। सिलेबस खत्म होने के बाद ज्याजा से ज्यादा रिवीजन और राइटिंग की प्रैक्टिस सफलता जरुर दिलाएगी।