Success Story: IAS की नौकरी छोड़ खड़ी कर दी 26000 करोड़ की कंपनी, 22 की उम्र में क्रैक किया था UPSC

मेहनत करने वाले व्यक्ति को एक दिन सफलता जरुर मिलती है। आज हम आपको ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी सफलता की कहानी बहुत प्रेरणादायक और अद्वितीय है।
 
IAS की नौकरी छोड़ खड़ी कर दी 26000 करोड़ की कंपनी, 22 की उम्र में क्रैक किया था UPSC
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Success Story: मेहनत करने वाले व्यक्ति को एक दिन सफलता जरुर मिलती है। आज हम आपको ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी सफलता की कहानी बहुत प्रेरणादायक और अद्वितीय है। उनका जीवन लोगों लिए एक मिसाल है जिसने बहुत चुनौतियों को सामना कर सक्सेस हासिल की।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

रोमन सैनी का जन्म राजस्थान के एक छोटे से गांव में हुआ. वे बचपन से ही पढ़ाई में बेहद होशियार थे. महज 16 साल की उम्र में उन्होंने AIIMS (ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) का एंट्रेंस एग्जाम पास कर लिया और भारत के सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया. इस उम्र में AIIMS में एडमिशन लेना ही अपने आप में बड़ी उपलब्धि थी, लेकिन उनकी कहानी यहीं खत्म नहीं होती.


डॉक्टर से सिविल सेवा की ओर

AIIMS से एमबीबीएस करने के बाद, रोमन ने कुछ समय के लिए डॉक्टर के रूप में काम किया. हालांकि, उन्हें एहसास हुआ कि वे समाज में बड़े पैमाने पर बदलाव लाना चाहते हैं, और इसके लिए उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. 


यहां पर उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत का नतीजा देखने को मिला. महज 22 साल की उम्र में, बिना किसी कोचिंग के, रोमन ने यूपीएससी परीक्षा पास की और पूरे भारत में 18वीं रैंक हासिल की. इतनी कम उम्र में IAS बनना उनके जीवन की एक और बड़ी उपलब्धि थी.

Unacademy की स्थापना

हालांकि रोमन IAS बन चुके थे, लेकिन उनका सपना केवल यहीं तक सीमित नहीं था. वे शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करना चाहते थे. उन्होंने महसूस किया कि लाखों छात्रों को सही गाइडेंस और रिसोर्स नहीं मिलता है. इसलिए, उन्होंने अपने दोस्त गौरव मुंजाल के साथ मिलकर Unacademy की स्थापना की, जो आज भारत का सबसे बड़ा ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म है.


Unacademy को बनाया 26,000 करोड़ की कंपनी

Unacademy ने लाखों छात्रों को UPSC, IIT, NEET और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद की है. रोमन ने अपने सपने को पूरा करते हुए अपनी IAS की नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह से Unacademy को समय देना शुरू किया. वहीं, देखते ही देखते रोमन अनएकेडमी को उस उंचाई तक ले गए, जहां कंपनी की वैल्यू 26,000 करोड़ रुपये हो गई. वो रोमन सैनी ही थे, जिन्होंने Unacademy को इस मुकाम तक लाने में अहम भूमिका निभाई है.

रोमन सैनी की कहानी इस बात का उदाहरण है कि यदि आपके पास दृढ़ इच्छाशक्ति, सही दिशा और समर्पण हो, तो आप किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं. उनका जीवन यह सिखाता है कि सामाजिक बदलाव लाने के लिए परंपरागत रास्तों के अलावा भी कई विकल्प होते हैं.