Success Story: दो बार प्रीलिम्स में हुई फेल, तीसरे प्रयास में रचा इतिहास, 17वीं रैंक के साथ बनी IAS
Success Story: UPSC सिविल सर्विस परीक्षा देश में सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है, जिसे पास करने के लिए बहुत मेहनत और तैयारी की आवश्यकता होती है।
परीक्षा को क्रैक करने के लिए हर साल लाखों की संख्या में परीक्षार्थी एग्जाम में शामिल होते हैं। इनमें से कुछ ही को सफलता मिल पाती है। लेकिन जो युवा इस कठिन परीक्षा पास करते है उनकी कहानी लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाली होती है।
आज हम आपको यूपीएससी में सफलता हासिल करने वाली एक ऐसी लेडी अफसर के बारें में बताने वाले है, जिन्होनें अपनी गलतियों को अनोखे अंदाज में सुधारा और सिविल सर्विस की परीक्षा में इतिहास रच दिया।
हरियाणा की रहने वाली है IAS महक जैन
आईएएस महक जैन मूलरूप से हरियाणा के फरीदाबाद की रहने वाली हैं। महक के पिता एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं और माता एक गृहिणी हैं। वहीं उनकी बड़ी बहन सीए हैं।
दिल्ली से किया ग्रेजुएशन
महक की स्कूलिंग फरीदाबाद स्थित सेंट पीटर स्कूल से हुई। 12वीं के बाद महक जैन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज से बीकॉम की डिग्री ली। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी सी पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है।
ऐसे शुरू हुआ UPSC का सफर
मास्टर्स के दौरान ही महक ने IAS अफसर बनने का सपना देखा और UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। लेकिन उनके लिए ये सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था। पहले दो प्रयास में वह असफल हो गई, मगर उन्होनें हार नहीं मानी।
पुराने पेपर्स सॉल्व करते हुए की तैयारी
महक जैन बताती हैं कि वह शुरुआत के दो प्रयास में UPSC प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाई थी। लेकिन उन्होनें हार नहीं मानी बल्कि अपनी गलतियों को सुधारते हुए फिर प्रयास किया। इसके बाद वह हर रोज पुराने पेपर्स को सॉल्व करने लगी।
तीसरे प्रयास में बनी IAS
इसका नतीजा यह निकला कि महक ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा शानदार रैंक के साथ क्रैक की। उन्होंने साल 2022 की UPSC में रैंक 17 हासिल किया है और वो IAS सर्विस के लिए सेलेक्ट हो गईं। उन्हें गुजरात कैडर में पोस्टिंग मिली।