Indian Railways: रेल विभाग के हर कमरे में लगने जा रहीं 'रेलवे वॉच 2047', जानें इस पहल के पीछे का उद्देश्य

 
Indian Railways: रेल विभाग के हर कमरे में लगने जा रहीं 'रेलवे वॉच 2047', जानें इस पहल के पीछे का उद्देश्य
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Indian Railways New Initiatives: देशभर में रेलवे की तस्वीर बदलने की उल्टी गिनती शुरू होने जा रही है. इसके लिए रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) अपने विभाग के हर कमरे मे रेलवे वॉच 2047 लगाने जा रहा है. यह वॉच हर रेलवे अधिकारी को याद दिलाने के लिए होगी कि विभाग ने अगले 25 साल के लिए क्या-क्या लक्ष्य तय किए हैं और उन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए रेलवे अधिकारियों को किस तरह से तेज रफ्तार से काम करने की जरूरत है.

रेलवे ने तय किया 25 वर्षों का लक्ष्य

दरअसल रेलवे (Indian Railways) ने आजादी का शताब्दी वर्ष मनाने के लिए 25 वर्षों के लिए कुछ लक्ष्य तय किए हैं. उनको पूरा करने के लिए यह विशेष रेलवे वॉच लगने के साथ ही काउंटडाउन शुरू हो जाएगा. लिहाजा रेलवे नहीं चाहता है कि मंत्रालय में अधिकारियों कर्मचारियों की वर्किंग स्टाइल लालफीताशाही और पुराने ढर्रे वाली रहे. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) की तरफ से लगातार अधिकारियों को उनके कामकाज को लेकर वार्निंग भी दी जा रही है. रेल मंत्री की तरफ से साफ कहा गया है कि काम करिए और जो काम नहीं करना चाहते हैं, वे वीआरएस लेकर घर बैठ जाएं.

400 रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे आधुनिक

देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है लिहाजा रेलवे (Indian Railways) ने अगले 25 सालों के लिए जो लक्ष्य तय किए हैं, उनमें सबसे प्रमुख लक्ष्य कि जब साल 2047 में आजादी के 100 साल पूरे होंगे तब तक देश के 400 बड़े रेलवे स्टेशन वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के साथ तैयार हो चुके होंगे. इसके लिए रेल मंत्रालय में युद्ध स्तर पर काम हो रहा है.

रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक इन चार सौ रेलवे स्टेशनों में से 12 बड़े रेलवे स्टेशनों के टेंडर जारी किए जा चुके हैं जबकि 45 रेलवे स्टेशन के टेंडर एडवांस स्टेज में है. इन सभी रेलवे स्टेशनों पर अगले 25 सालों में एयरपोर्ट की तरह सुविधाएं विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है. इन 400 स्टेशनों पर सिटी सेंटर प्लाजा, फाइव स्टार होटल से लेकर मॉल और तमाम तरह की यात्रियों से जुड़ी आधुनिक सुविधाएं होंगी.

सभी ट्रेनें वंदे भारत वाली होंगी

रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक दूसरा लक्ष्य रखा गया है कि देश में वंदे भारत ट्रेन सेट की तरह साल 2047 तक सभी ट्रेन सेट वंदे भारत की तरह हो और उनकी रफ्तार भी हाई स्पीड ट्रेनों की तरह रहे. रेलवे के मुताबिक यह बड़ा लक्ष्य है, जिसके लिए पूरे देश भर में रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े बदलाव की जरूरत होगी. लिहाजा इसके लिए युद्ध स्तर पर काम करना जरूरी है. यही वजह है कि रेल मंत्री की तरफ से बार-बार अधिकारियों को काम की स्पीड बढ़ाने के लिए आगाह किया जा रहा है.

पीपीपी मॉडल पर किया जा रहा काम

रेलवे (Indian Railways) ने देशभर में अभी पीपीपी मॉडल पर भोपाल और गांधीनगर दो शहरों में वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन तैयार किए हैं, जहां पर तमाम तरह की आधुनिक सुविधाएं हैं. रेल मंत्रालय का लक्ष्य है कि देश के जो रेलवे स्टेशन चिन्हित किए गए हैं, अगले 25 सालों में उन सभी 400 रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराई जाएं.

विभाग के हर कमरे में लगेगी घड़ी

यही वजह है कि रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) में शुरुआत मंत्री स्तर से शुरू हो रही है. रेल मंत्रालय के सभी अधिकारियों को इस शुरुआत में साथ रखा जा रहा है और ऑफिस के वर्क इन आवर में उन्हें रेलवे के लक्ष्य याद रहें, इसके लिए रेल मंत्रालय खास तौर पर रेलवे वॉच 2047 तैयार करा रहा है, जो रेल विभाग के हर कमरे में लगने जा रही हैं.