Radha Swami Satsang Beas: राधा स्वामी सत्संग ब्यास के नए प्रमुख जसदीप गिल को मिली Z श्रेणी की सुरक्षा, जानें वजह
Radha Swami Satsang Beas: राधा स्वामी सत्संग ब्यास के आध्यात्मिक प्रमुख जसदीप सिंह गिल को सरकार ने Z श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस महत्वपूर्ण फैसले के तहत सीआरपीएफ को गिल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खुफिया एजेंसी द्वारा मिले खतरे को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। जिससे गिल की सुरक्षा को मजबूत किया सके।
Z श्रेणी की सुरक्षा के बारे में जानें
जसदीप सिंह गिल को मिली Z श्रेणी की सुरक्षा में करीब 33 सुरक्षाकर्मी शामिल होंगे, जिनमें से 12 से 14 कमांडो का एक दल 24 घंटे शिफ्ट में उनके साथ रहेगा। इनके साथ सुरक्षा में आर्म्ड फोर्स के 10 गार्ड उनके निवास पर तैनात रहेंगे। इसके अलावा 6 पीएसओ (Personal Security Officers), 12 कमांडो 3 शिफ्ट में, 2 वॉचर्स, और 3 प्रशिक्षित ड्राइवर 24 घंटे मौजूद रहेंगे।
गिल के लिए ये सुरक्षा कवच उन्हें हर संभावित खतरे से बचाने के लिए पर्याप्त होगा। इसके साथ ही, यह सुरक्षा उन्हें देश के भीतर और बाहर यात्रा करते समय भी मुहैया कराई जाएगी।
जसदीप सिंह गिल: IIT दिल्ली से शिक्षा प्राप्त और आध्यात्मिक नेता
45 वर्षीय जसदीप सिंह गिल को पिछले महीने राधा स्वामी सत्संग ब्यास का प्रमुख नियुक्त किया गया था। उनकी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर, गिल ने IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और इसके बाद केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से रासायनिक इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की।
उनके पिता, सुखदेव सिंह गिल, भारतीय सेना में कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और वे पिछले दो दशकों से ब्यास में रह रहे हैं। जसदीप सिंह की नियुक्ति के बाद, उन्होंने संगठन के आध्यात्मिक उद्देश्य और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति अपने समर्पण को स्पष्ट किया है।
राधा स्वामी सत्संग ब्यास: एक आध्यात्मिक आंदोलन
राधा स्वामी सत्संग ब्यास एक प्रमुख आध्यात्मिक संगठन है, जिसकी स्थापना 1891 में बाबा जयमल सिंह जी महाराज ने की थी। यह सत्संग ब्यास नदी के किनारे, अमृतसर के पास स्थित है। इसका उद्देश्य सदस्यों को आध्यात्मिक ज्ञान देना और ध्यान के माध्यम से आत्मानुभूति के मार्ग पर ले जाना है। इस संगठन के अनुयायी न केवल भारत में, बल्कि विश्वभर के 90 से अधिक देशों में फैले हुए हैं, जिनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, स्पेन, न्यूजीलैंड और अफ्रीका प्रमुख हैं।
डेरे का भव्य परिसर और लंगर हॉल
राधा स्वामी सत्संग ब्यास परिसर में लगभग 4000 एकड़ जमीन है, जिसमें एक विशाल 48 एकड़ का लंगर हॉल भी शामिल है। यह लंगर हॉल संगठन की प्रसिद्धि का हिस्सा है, जहां लाखों श्रद्धालु एक साथ भोजन ग्रहण करते हैं। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं और धार्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं।
Z श्रेणी की सुरक्षा के लिए क्यों मिली प्राथमिकता?
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, जसदीप सिंह गिल को कुछ संगठनों से सुरक्षा संबंधी खतरे मिले हैं। इसीलिए, सरकार ने समय रहते उनकी सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया। Z श्रेणी की सुरक्षा भारत में वीआईपी सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण स्तर है, जिसमें प्रमुख सरकारी और गैर-सरकारी हस्तियों को सुरक्षा प्रदान की जाती है।
राधा स्वामी सत्संग के पूर्व प्रमुख
जसदीप सिंह गिल से पहले कई प्रमुख आध्यात्मिक नेता इस संगठन का नेतृत्व कर चुके हैं। जैमल सिंह, सांवत सिंह, जगत सिंह, और चरण सिंह जैसे संतों ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास के अनुयायियों को मार्गदर्शन दिया है। जसदीप सिंह के नेतृत्व में, संगठन अपने आध्यात्मिक मूल्यों और शिक्षा को और भी अधिक विस्तार देने की दिशा में काम कर रहा है।
सुरक्षा और धार्मिक प्रभाव
राधा स्वामी सत्संग ब्यास सिर्फ एक धार्मिक संगठन नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जो मानवता और आध्यात्मिकता की दिशा में लाखों लोगों को मार्गदर्शित करता है। जसदीप सिंह गिल के प्रति लोगों की आस्था और उनके सामाजिक प्रभाव को देखते हुए सरकार द्वारा उन्हें Z श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करना एक महत्वपूर्ण कदम है। इस सुरक्षा का उद्देश्य उन्हें संभावित खतरों से सुरक्षित रखना है ताकि वे बिना किसी बाधा के अपने धार्मिक और आध्यात्मिक दायित्वों का निर्वहन कर सकें।
निष्कर्ष: गिल की सुरक्षा के साथ आध्यात्मिक नेतृत्व को मजबूत बनाने का प्रयास
सरकार का यह कदम यह दिखाता है कि देश में धार्मिक और आध्यात्मिक नेताओं की सुरक्षा एक प्राथमिकता है। जसदीप सिंह गिल के प्रति लोगों की आस्था और उनके समाज पर प्रभाव को देखते हुए, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण था कि वे बिना किसी खतरे के अपनी जिम्मेदारियों को निभा सकें।
राधा स्वामी सत्संग ब्यास के अनुयायियों को उम्मीद है कि जसदीप सिंह गिल के नेतृत्व में संगठन और अधिक सशक्त होगा और विश्वभर में आध्यात्मिकता का प्रचार-प्रसार होगा।