Mumbai News: IAS दंपती की बेटी ने क्यों लगाया मौत को गले, सुसाइड नोट में लिखी ये वजह
वहीं पुलिस को मृतक युवती के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ। लिपि ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि इसके लिए किसी को भी दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए। लॉ की छात्रा ने कथित तौर पर पढ़ाई के दबाव की ओर इशारा किया है, जिसके कारण उसने यह कदम उठाया। बताया जा रहा है कि लिपि डिप्रेशन में थी।
साल 2020 में लिपि ने नौकरी छोड़ कानून की पढ़ाई करने का फैसला लिया था। लेकिन हैरान की बात ये है कि मुंबई की किसी यूनिवर्सिटी या कॉलेज से लॉ करने की बजाए उसने हरियाणा के सोनीपत में स्थित ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। लिपि एलएलबी कर रही थी। लेकिन अपनी पढ़ाई से संतुष्ट नहीं थी।
परीक्षा में उसके अच्छे मार्क्स नहीं आए थे। जिसके चलते वह परेशान थी और कुछ दिन पहले ही अपने माता- पिता के पास आई थी। यहां लिपि ने सोमवार तड़के करीब 4 बजे 10वीं मंजिल से कुदकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद इमारत के गार्ड ने परिसर के निकट खड़ी एक मोटरसाइकिल पर लिपि को बेहोशी की हालत में पाया और परिवार को सूचित किया। लिपि को जीटी अस्पताल ले जाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि तुरंत मेडिकल मदद दिए जाने के बाद भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। मगर अस्पताल पहुंचने तक बहुत देर हो चुकी थी। यहां लिपि को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बता दें कि लिपि के पिता विकास रस्तोगी महाराष्ट्र उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग में प्रधान सचिव हैं, जबकि मां राधिका रस्तोगी भी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं और राज्य सरकार में सेवारत हैं।