Minimum Wages Hike 2024: मजदूरी करने वालों की बल्ले-बल्ले, मोदी सरकार ने कर दिया बड़ा ऐलान
केंद्र सरकार ने देशवासियों को बड़ा तोहफा दिया है। मोदी सरकार ने वैरिएबल डियरनेस अलाउंस में बड़े बदलाव का ऐलान कर दिया है। इससे श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी दर में बढ़ोत्तरी हुई है। यह ऐलान श्रमिकों के जीवनयापन की बढ़ती लागत से निपटने और उन्हें राहत देने के उद्देश्य से किया गया है।
न्यूनतम मजदूरी दर में बड़ा बदलाव
श्रम मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, सरकार ने न्यूनतम मजदूरी दर में बदलाव करके अब इसे 1,035 रुपये प्रतिदिन तक बढ़ा दिया है। यह वृद्धि निर्माण, साफ-सफाई, सामान उतारने और चढ़ाने जैसे अकुशल कार्यों में लगे श्रमिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही अर्ध-कुशल और कुशल श्रमिकों के लिए भी न्यूनतम मजदूरी दर में सुधार किया गया है।
श्रमिक वर्ग न्यूनतम मजदूरी प्रति दिन न्यूनतम मजदूरी प्रति माह
अकुशल श्रमिक (Unskilled) ₹783 ₹20,358
अर्ध-कुशल श्रमिक (Semi-skilled) ₹868 ₹22,568
कुशल श्रमिक (Skilled) ₹954 ₹24,804
लिपिक और बिना हथियार के चौकीदार ₹954 ₹24,804
इस बदलाव के बाद अब श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी दर का नया स्तर तय किया गया है।
अक्टूबर 2024 से प्रभावी होगी नई दरें
नई वेतन दरें 1 अक्टूबर 2024 से लागू होंगी। अंतिम संशोधन अप्रैल 2024 में किया गया था, जिसके बाद यह नया अपडेट आया है। यह वृद्धि श्रमिकों, विशेषकर असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों के लिए राहत का बड़ा कदम है।
वेतन श्रेणियों का वर्गीकरण
सरकार ने श्रमिकों की मजदूरी को उनके कौशल स्तर और भौगोलिक क्षेत्रों के आधार पर वर्गीकृत किया है।
क्षेत्र न्यूनतम मजदूरी (अकुशल)
क्षेत्र ‘ए’ ₹783
क्षेत्र ‘बी’ ₹650
क्षेत्र ‘सी’ ₹520
क्षेत्र ‘ए’ में बड़े शहरी इलाके शामिल हैं, जबकि ‘बी’ और ‘सी’ में छोटे शहर और ग्रामीण क्षेत्र आते हैं। इस वर्गीकरण से यह सुनिश्चित किया गया है कि श्रमिकों को उनके क्षेत्र और कार्य के अनुसार उचित वेतन मिले।
महत्त्वपूर्ण बदलावों का उद्देश्य
श्रम मंत्रालय ने कहा है कि यह कदम श्रमिकों की जीवनयापन की बढ़ती लागत से निपटने के लिए उठाया गया है। विशेषकर असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए यह बदलाव बड़ी राहत लाएगा। इससे श्रमिकों को बेहतर वेतन मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
डियरनेस अलाउंस का महत्त्वपूर्ण संशोधन
वैरिएबल डियरनेस अलाउंस (VDA) को बढ़ाकर श्रमिकों की मजदूरी में सुधार किया गया है। यह कदम श्रमिकों को महंगाई से निपटने में मदद करेगा, जिससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी और जीवन स्तर में सुधार होगा।
सरकार की दीवाली सौगात
इस ऐलान के बाद श्रमिकों में खुशी की लहर है। केंद्र सरकार का यह फैसला देश के लाखों श्रमिकों के लिए दिवाली का सबसे बड़ा तोहफा साबित हुआ है। खासकर निर्माण, साफ-सफाई और अन्य असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत श्रमिकों को इससे सीधा लाभ मिलेगा।