100 बार हुई रिजेक्ट फिर भी नहीं मानी हार, आज चला रही 40 बिलियन डॉलर की कंपनी

 
Billionaire Canva CEO Melanie Perkins Success Story
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Billionaire Canva CEO Melanie Perkins Success Story

मंजिल को पाने के लिए जरूरी है कि हम हमेशा चलते रहें और हार न मानें। इस कहावत को सच मानने पर मजबूर कर देने वाली कहानी है अपने दम पर अरबपति बनने वाली कैनवा (Canva) की को-फाउंडर और सीईओ मेलानी पर्किन्स की।

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मेलानी ने अपने करियर में 100 बार से भी ज्यादा रिजेक्शन झेलीं हैं लेकिन इन सब के बावजूद आज उनकी कड़ी मेहनत के चलते बिजनेस की दुनिया में उन्होंने एक मुकाम हासिल किया है।

इनकी कहानी से हर वो इंसान प्रेरित हो सकता है जो कुछ बड़ा करना चाहता है, मगर उसे बार-बार निराशा हाथ लगती है।


 

क्या है कैनवा और इसकी खासियत-

कैनवा एक ग्राफिक डिजाइन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। यहां आप जो भी डिजाइन बनाना चाहें, बना सकते हैं।

जिन लोगों को डिजाइनिंग की समझ नहीं है, वे भी बड़ी आसानी से इस ऐप पर डिजाइन बना सकते हैं।

इस प्लेटफॉर्म की खासियत यही है कि इसका इस्तेमाल प्रोफेशनल डिजाइनर्स भी करते हैं और वे लोग भी करते हैं जिन्हें डिजाइन की स्पेलिंग तक लिखनी नहीं आती हो।

पार्ट टाइम टीचिंग के दौरान आया आइडिया-

मेलानी अभी मात्र 34 साल की हैं। 2007 में वे एक यूनिवर्सिटी में पार्ट टाइम टीचिंग कर रही थीं। उन्हें बच्चों को डेस्कटॉप डिजाइन सॉफ्टवेयर सिखाना था। मेलिना को तब लगा कि वह सॉफ्टवेयर काफी जटिल है और उसे सीखना व सिखाना आसान नहीं है। ऊपर से वह सॉफ्टवेयर काफी महंगा भी है।

यहीं से उन्हें कैनवा बनाने का विचार आया। उन्हें लगा कि एक ऐसा टूल होना चाहिए, जिसमें कोई भी इंसान आसानी से डिजाइनिंग कर सके।

यूं शुरू हुई मेलानी की कंपनी-

मेलानी ने तब एक बिजनेस पार्टनर क्लिफ ऑबरेक के साथ फ्यूज़न बुक्स नाम की कंपनी शुरू की। फ्यूज़न बुक्स भी एक डिजाइन कंपनी थी।

मेलिना ने बाद क्लिफ के साथ शादी कर ली। 2012 में एक और व्यक्ति कैमरन एडम्स इनके साथ जुड़े और तीनों ने मिलकर कैनवा की शुरूआत की। कैनवा अन्य प्लेटफॉर्म्स की बजाय कहीं ज्यादा आसान है।

100 बार झेला रिजेक्शन-

हर बिजनेस की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि उसे कब और कितनी फंडिंग मिलती है।

मेलानी को पहली फंडिंग मिलने में तीन साल का वक्त लगा। मेलानी पर्किन्स का कहना है कि उनकी गलत अप्रोच के चलते ही उन्हें फंडिंग मिलने में दिक्कत हुई।

दरअसल, बिजनेस को जिस तरीके से पेश किया जाना चाहिए था, उस तरीके से न करके, कंपनी तकनीकी बातों में अटकी रही।

जब भी किसी संभावित निवेशक से बात होती तो उसे कैनवा के तकनीकी उपाय (टेक्नीकल सोल्यूशन) बताए जाते जिससे उन्हें आइडिया कुछ खास नहीं लगता।

आज क्यों हर जगह छाई हैं मेलानी पर्किन्स-

मेसानी पर्किन्स बीते कुछ समय पहले दुनियाभर के अखबारों, न्यूज़ वेबसाइट्स और टीवी चैनलों पर छाई रहीं। इसकी वजह है कैनवा को हाल ही में मिला 200 मिलियन डॉलर का निवेश।

इस निवेश के बाद कैनवा किसी भी महिला द्वारा चलाये गए दुनिया के तमाम स्टार्ट-अप्स में से पहली पंक्ति का स्टार्टअप बन गया है। कंपनी कि वेल्यू इस समय 40 बिलियन डॉलर है जिसे रुपयों में कहें तो कीमत 22 खरब से भी ज्यादा होगी।