Parveen Babi Death Anniversary: बेहद दर्दनाक थी Parveen Babi की मौत, बिस्तर पर पड़ी लाश की हालत देख सहम गए लोग! जानें क्या रही थी मौत की वजह

परवीन बाबी की मृत्यु 19 साल पहले 20 जनवरी, 2005 को हुई थी। लेकिन जहां तक फिल्म उद्योग का संबंध है, उनकी मृत्यु बहुत पहले हो गई थी
 
Parveen Babi Death Anniversary
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Parveen Babi Death Anniversary: परवीन बाबी की मृत्यु 19 साल पहले 20 जनवरी, 2005 को हुई थी। लेकिन जहां तक फिल्म उद्योग का संबंध है, उनकी मृत्यु बहुत पहले हो गई थी,  परवीन बाबी को अपने जीवन के अंतिम एक-तिहाई में पहचानना मुश्किल था। वह एक अकेली, अलग-थलग मौत मर गई। 

डायबीटीज से थीं पीड़ित

माना जाता है कि परवीन बाबी डायबीटीज से पीड़ित थीं । इस वजह से परवीन बाबी काफी लोगों को अपनी जान का दुश्मन समझने लगी थीं। वह अमिताभ बच्चन और यहां तक कि प्रिंस चार्ल्स को भी इन्हीं नजरों से देखती थीं। उनका कहना था कि वो लोग उन्हें मार डालेंगे। 

परवीन बाबी की हालत गंभीर होती जा रही थी। वहीं उसकी इतनी बिगड़ती हालत के कारण  सबने उससे दूरी बनानी शुरू कर दी थी। फिर एक दिन अचानक परवीन बाबी की मौत की खबर मिली। 22 जनवरी 2005 को रिवेरा बिल्डिंग की 7वीं मंजिल, जुहू, मुंबई में अपार्टमेंट के दरवाजे के बाहर अखबार और दूध के पैकेट तीन दिनों से पड़े हुए थे।

दरवाजे पर ना लॉक था और ना ही बीते तीन दिन से कोई बाहर निकला। जब लाश से बदबू आनी शुरू हुई तो पडोसी वहां  जा पहुंचे। पड़ोसियों ने इसकी सुचना पुलिस को दी। पुलिस ने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला और फिर जब दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची तो  देखकर हैरान रह गई। 

लाश मिलने से सहम गया था पूरा देश  

परवीन बाबी की बॉडी बिस्तर पर पड़ी थी। तीन दिन पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस का कहना था कि परवीन बाबी की मौत नींद में हुई है। शरीर पर कोई  निशान नहीं थे, ऐसे में किसी ने उनका  मर्डर  किया हो, इसकी गुंजाइश नहीं थी।

लेकिन बताया जाता है कि जब पुलिस परवीन बाबी के फ्लैट पर पहुंची तो परवीन की बॉडी पहचाने जाने की स्थिति में नहीं थी। वह सड़ने लगी थी। परवीन बाबी की बिल्डिंग के आसपास भारी भीड़ जमा हो गई थी। 50 साल की उम्र में खूबसूरत परवीन बाबी की सड़ी लाश मिलने से पूरा देश सहम गया था।  
  
परवीन बाबी का जन्म 4 अप्रैल, 1949 में हुआ था 

वहीं आपको बता दें कि परवीन बाबी का जन्म 4 अप्रैल, 1949 को सौराष्ट्र के जूनागढ़ के एक मध्यम वर्गीय  मुस्लिम परिवार में हुआ था। सेंट जेवियर्स कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में बीए करने के बाद उन्होंने मॉडलिंग की तरफ रुख कर लिया। इस दौरान उनकी मुलाकात फिल्म निर्देशक बीआर इशारा से हुई। 

कहा जाता है कि परवीन बाबी को सिगरेट का कश लगाते देख बीआर इशारा ने तय कर लिया था कि वही उनकी फिल्म की हीरोइन बनेंगी। बीआर इशारा ने पहली बार परवीन बाबी को क्रिकेटर सलीम दुर्रानी के साथ 1973 में रिलीज हुई फिल्म 'चरित्र' में मौका दिया। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तो खास कमाल नहीं दिखाया, लेकिन परवीन बाबी का जादू दर्शकों पर चल गया।