Live in relationship Case: आम होने लगे हैं लिव इन रिलेशनशिप के मामले, जाने क्या है इसकी बड़ी वजह

वर्तमान समय में लिव इन रिलेशनशिप के मामले आम होते जा रहे हैं
 
आम होने लगे हैं लिव इन रिलेशनशिप के मामले
WhatsApp Group Join Now

Live in relationship Case: वर्तमान समय में लिव इन रिलेशनशिप के मामले आम होते जा रहे हैं। पहले यह मामले बड़े बड़े शहरों में सामने आते थे लेकिन आज के समय में छोटे शहर हो या गांव हर कही से ये मामले सामने आ रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह ये भी है कि जहा महिलाओं का आदर सत्कार नहीं होता उनसे मारपीट की जाती है और खर्चा नहीं दिया जाता है।  वहां महिलाएं ऐसे कदम उठती हैं। 

महिलाएं ऐसी स्थिति में किसी के बारे में कुछ नहीं सोचती वह अपने बच्चों को भी छोड़कर घर से चले जाने तक के फैसले ले लेती है। क्योकि परिवार में बात न सुनने पर आसपास अपनी बात रखने के लिए महिलाएं कोई साथी ढूंढती हैं। 

नजदीकियां बढ़ती हैं तो घर से भागने जैसे कदम उठा लेती हैं। पीछे छोटे या बडे़ बच्चे हों, उनकी भी परवाह नहीं करती हैं। परिवार गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाता है। महिला के मिलने पर पति के साथ जाने की बजाय अपने नए साथी के साथ सहमति संबंध में रहने की इच्छाएं जता रही हैं।

बता दें कि ऐसे मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वन स्टॉप सेंटर सखी में ऐसे मामले निरंतर सामने आ रहे हैं। जनवरी से अब तक 25 से अधिक मामले आ चुके हैं। सभी की काउंसिलिंग करने के बाद उनको शेल्टर होम में भेज दिया जाता है।

 शादीशुदा महिलाओं के घर से लापता होने की स्थिति में परिवार के सदस्य 346 का केस दर्ज करवाते हैं। इसके बाद मिलने पर उनकी काउंसिलिंग सखी सेंटर में करवाई जाती है ताकि महिला परिवार के पास लौट सके, लेकिन अब जो मामले सामने आ रहे हैं, उनमें महिलाएं पति के साथ जाने से साफ मना कर देती हैं।

इसी के ही मामले के की यदि बात करें तो क्षेत्र की एक महिला का पति उसके साथ मारपीट करता था। नशे का आदी था। खर्चा भी नहीं देता था। यह बात जानकार व्यक्ति को बताई। वह उसका सहारा बना तो महिला ने घर छोड़ने जैसा कदम उठा लिया। 

छोटे-छोटे बच्चों की तरफ भी नहीं देखा। पति ने गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई। एक माह बाद पत्नी किसी और के साथ मिली। केस सखी सेंटर में आया तो महिला ने पति के साथ न जाने की इच्छा जताई। उसने अपने साथी के साथ जाने की बात कही। महिला को शेल्टर होम भेज दिया गया।

एक अन्य केस में भी क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला की शादी को 25 साल हो चुके थे। पति नशे का आदी था और आए दिन बच्चों और महिला के साथ मारपीट करता था। इससे वह तंग आ चुकी थी। 

उसका संबंध किसी अन्य व्यक्ति के साथ हुआ तो उसके साथ चली गई। मिलने पर सखी सेंटर में केस आया तो उसने पति के साथ जाने से मना कर दिया। दोनों बच्चे महिला के सामने रोते-बिलखते रहे, लेकिन उसका मन नहीं पसीजा और उसने अपने साथी के साथ जाने की बात कही। उसे शेल्टर होम भेज दिया गया।

इन बढ़ते हुए मामलो को लेकर वन स्टॉप सेंटर, सखी नारनौल की इंचार्ज वंदना यादव का  कहना है कि आज के परिवेश में सहमति संबंध के मामले ज्यादा आ रहे हैं। घर से चले जाने के बाद जब महिला वापस मिलती है तो वह पति के साथ जाने की बजाय किसी अन्य व्यक्ति के साथ जाने की बात कहती है।