Success Story: लाखों युवाओं की प्रेरणा है आदित्य श्रीवास्तव, पहले IPS और फिर बने IAS अफसर

 
UPSC टॉपर आदित्य श्रीवास्तव, पहले IPS फिर बनें IAS
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यूपीएससी को देश की सबसे मुश्किल परीक्षा मानी जाती है। इस परीक्षा को पास करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। आज हम आपको ऐसे अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने यूपीएससी सीएसई 2023 में लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ऑल इंडिया टॉपर रहे। आइए जानते हैं उनकी प्रेरणादायक कहानी के बारे में।

आदित्य श्रीवास्तव वर्तमान में अंडर ट्रेनी IPS अफसर के रूप में हैदराबाद में तैनात है। आदित्य के पिता सेंट्रल ऑडिट डिपार्टमेंट में सहायक लेखाकार के पद पर कार्यरत हैं। उनकी मां हाउसवाइफ है। 

सीएमएस अलीगंज से12वीं पास करने के बाद आदित्य ने आईआईटी कानपुर से बीटेक एवं एमटेक किया। इसके बाद, उन्होंने प्राइवेट कंपनियों में नौकरी करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी शुरू की।

स्कॉलरशिप से भरी फीस
आदित्य ने बताया कि उनके दादाजी शिवराम श्रीवास्तव आईआईटी से सेवानिवृत हैं। बीटेक के दौरान शुरुआती 2 साल की फीस उन्होंने भरी थी। इसके उन्हें जर्मी से स्कॉलरशिप मिली थी। इसका उपयोग उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए किया। 

पहले प्रयास में नहीं मिली सफलता
आदित्य को IAS बनने की प्रेरणा अपनी मां के मामा से मिली। बीटेक करने के बाद आदित्य को उनके पहले प्रारंभिक परीक्षा में असफलता मिली। पिछली परीक्षा में 236वीं रैंक के साथ IPS के रुप में सिलेक्ट होने के बाद अब IAS बनने में सफलता हासिल की है। 


पहली बार प्री-एग्जाम में फेल हुआ था पर हार नहीं मानी
अपने पहले अटेंप्ट में असफल होने के बाद आदित्य ने नए सिरे से प्लान बनाकर UPSC की तैयारी शुरु कर दी। उन्होंने कभी कोचिंग नहीं ली। इसके बजाय सेल्फ स्टडी के दम पर ही यूपीएससी की तैयारी शुरु कर दी। प्रारंभिक परीक्षा पास करने के लिए सिविल सेवा में अपने ऑप्शनल विषय के रूप में इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग को चुना।

तैयारी के दौरान खुद को तरोताजा रखने के लिए थोड़ी देर गाने सुनते थे। इसके बाद पढ़ाई में लग जाते। पढ़ाई के बाद सिर्फ वह खाना खाने के लिए अपने कमरे से निकलते थे।  

टेस्ट सिरीज हल की, सिलेबस पर दिया ध्यान
आदित्य ने बताया कि सिविल सेवा का सिलेबस बहुत ज्यादा है। इसलिए पिछले साल में आए सवालों का जवाब दिने की प्रेक्टिस की। टिस्ट सिरीज हल करने के कान्फिडेंस बढ़ा। इसके साथ ही सिलेबस को देखकर उसे कवर करने की रणनीति बनाई। जो भी पढ़ा उसे बिलकुल स्पष्ट तौर पर तैयार किया। इससे परीक्षा में लिखना काफी आसान हो गया।