घर लाैटते समय नहीं मिला वाहन ताे छात्रा ने डीसी काे किया फाेन, डीसी ने किया स्टूडेंट्स के लिए ऐसा काम, पढ़िए पूरी ख़बर

 
घर लाैटते समय नहीं मिला वाहन ताे छात्रा ने डीसी काे किया फाेन, डीसी ने किया स्टूडेंट्स के लिए ऐसा काम, पढ़िए पूरी ख़बर
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चौधरी रणबीर सिंह पॉलिटेक्निक संस्थान से छुट्टी कर घर वापसी के लिए कोई साधन न मिलने पर हथिनीकुंड बैराज पर 30 स्टूडेंट्स सोमवार शाम 6 बजे तक फंसे रहे। स्टूडेंट्स को 2 घंटे तक कोई भी रोडवेज बस व अन्य साधन नहीं मिला बहुत परेशान होने के बाद गांधीनगर की अनमोल ने अपने साथ दूसरे छात्रों को परेशान होता देख डीसी को मोबाइल पर कॉल कर अपनी व्यथा बताई।

मामला डीसी के संज्ञान में आने के 12 मिनट बाद ही रोडवेज बस मौके पर पहुंच गई, जिससे स्टूडेंट्स यमुनानगर आए। इस दौरान रोडवेज अफसर मौके पर भेजी बस की वापसी तक अनमोल से मोबाइल पर फीडबैक लेते रहे। यमुनानगर डिपो के ट्रैफिक मैनेजर संजय रावल ने बताया कि स्टूडेंट्स को कोई वापस आने के लिए कोई भी बस या अन्य साधन नहीं मिलने का मामला संज्ञान में आया है। स्टूडेंट्स को भविष्य में दिक्कत न हो, इसके लिए हथिनीकुंड बैराज के लिए स्थाई बस सर्विस शुरू करेंगे। अभी संस्थान की छुट्टी का समय पता किया जा रहा है, उसी आधार पर जल्द रूट पर बस चलाएंगे।

शाम 6 बजे तक हथिनीकुंड बैराज पर फंसे रहे स्टूडेंट्स

छात्रा ने बताया कि वह हथिनीकुंड बैराज के चौधरी रणबीर सिंह पॉलिटेक्निक संस्थान में डीफार्मा के सेकंड ईयर की स्टूडेंट है। उसके साथ अन्य स्टूडेंट्स को शाम में छुट्टी के बाद घर वापसी के लिए कोई साधन नहीं मिल पाता। जिस कारण स्टूडेंट्स को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

पांवटा आने-जाने वाली रोडवेज बसे हथिनीकुंड बैराज नहीं रुकती और न ही हथिनीकुंड बैराज के लिए स्पेशल बस है। सोमवार शाम 6 बजे छुट्टी के बाद 2 घंटे तक जब बस व अन्य साधन नहीं मिला तो उसने डीसी को मोबाइल पर कॉल कर पूरी व्यथा सुनाई। डीसी ने स्टूडेंट्स की व्यथा को समझा और उनके लिए साधन उपलब्ध करवाया। अनमोल ने फोन कर जब पूरी व्यथा बताई उस के बाद मौके पर 12 मिनट बाद ही बस आ गई, जिससे सभी स्टूडेंट्स घर आ सके।