Toll Tax: हाईवे पर सफर करने वालों के लिए खुशखबरी, NHAI ने टोल टैक्स बढ़ाने का निर्णय लिया वापस

Toll Tax: हाइवे पर सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। एनएचआई ने देशभर में 31 मार्च के बाद हाईवे और एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स बढ़ाने का फैसला लिया था। 
 
हाईवे पर सफर करने वालों के लिए खुशखबरी
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Toll Tax: हाइवे पर सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। एनएचआई ने देशभर में 31 मार्च के बाद हाईवे और एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स बढ़ाने का फैसला लिया था। लेकिन रविवार देर शाम NHAI ने टोल टैक्स बढ़ाने के अपने फैसले को वापस ले लिया। NHAI के परियोजना निदेश प्रशांत बिंदू ने कहा कि वर्ष 2023 की टोल दरें पहले की तरह प्रभावी रहेंगी।

लखनऊ के जागरण संवाददाता के अनुसार, निगम को रविवार देर रात तक अधिकांश क्षेत्रों ने सूचित किया कि टोल दरें संशोधित नहीं हो रही है इसलिए सरचार्ज न बढ़ाया जाए। वातानुकूलित बसों को छोड़कर अन्य बसों के किराये में किसी तरह का बदलाव नहीं हो रहा है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने कुछ दिन पहले ही टोल दरों को संशोधित किया था। टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों से एक अप्रैल से बढ़ी दरों का भुगतान लेने की तैयारी थी। परिवहन निगम ने बसों के किराये का सरचार्ज बढ़े टोल दर के हिसाब से रविवार को तय करना शुरू किया। रात करीब नौ बजे एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर बरेली का पत्र जारी हुआ कि एक अप्रैल से होने वाले टोल दरों में संशोधन अगले आदेश तक नहीं होगा।

चर्चा है कि इस समय देश में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू है उसे देखते हुए एनएचएआइ ने टोल दरों में बढ़ोतरी न करने का निर्णय लिया है लेकिन, एनएचएआई के अधिकारी इस संबंध में कुछ भी नहीं बोल रहे हैँ। लखनऊ क्षेत्र के प्रोजेक्ट मैनेजर सौरभ चौरसिया के मोबाइल की घंटी बजती रही उन्होंने फोन नहीं उठाया।

इसके बाद आगरा व अन्य क्षेत्रों ने भी टोल दरों में संशोधन न होने की पुष्टि की और निगम मुख्यालय को पत्र भेजा कि वे किराये के सरचार्ज में बढ़ोतरी न करें। परिवहन निगम के जनसंपर्क अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि निगम को एनएचएआई की तरफ से टोल दरों को संशोधित करने का आदेश नहीं मिला है। इसलिए बसों के किराये में सरचार्ज में बदलाव नहीं कर रहे हैं।

क्या है सरचार्ज
परिवहन निगम की बसों के टिकट में हर यात्री से टोल का सरचार्ज लिया जाता है। यह सरचार्ज संशोधित होने पर बदल जाता है इसके लिए शासन से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होती। निगम 50 पैसे से अधिक की बढ़ोतरी होने पर एक रुपये और 50 पैसे से कम की बढ़ोतरी पर सरचार्ज नहीं बढ़ाता है। हर बस में 35 यात्रियों को आधार बनाकर सरचार्ज का आकलन होता है।