ये है भारत के 3 सबसे छोटे हाइवे, गांव की सड़कों से भी है छोटे, जोड़ते है बड़े बड़े महानगरों को

देश में सड़कों का जाल बिछ रहा है। वहीं कई जगह पर निर्माण कार्य चल रहा है। वैसे देखने में आया है कि हाईवे और एक्सप्रेसवे का नाम सुनते ही सैंकड़ों किलोमीटर लंबी दूरी मन में आती है। 
 
ये है भारत के 3 सबसे छोटे हाइवे, गांव की सड़कों से भी है छोटे, जोड़ते है बड़े बड़े महानगरों को
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देश में सड़कों का जाल बिछ रहा है। वहीं कई जगह पर निर्माण कार्य चल रहा है। वैसे देखने में आया है कि हाईवे और एक्सप्रेसवे का नाम सुनते ही सैंकड़ों किलोमीटर लंबी दूरी मन में आती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश में कुल लंबाई 66.71 लाख किलोमीटर हो चुकी है।

इनमें कई नेशनल, स्टेट हाईवे और एक्सप्रेसवे शामिल हैं, जिसमें एनएच-44 देश का सबसे लंबा हाईवे माना जाता है, यह श्रीनगर से कन्याकुमारी तक फैले हाईवे की लंबाई 3745 किमी है। 

अब आपको बता दें कि भारत के सबसे छोटे हाईवे के बारे में बता दें। इनकी दूरी घंटों में नहीं चंद मिनटों में पूरी हो जाती है। देश में 3 हाईवे ऐसे हैं जो अपनी छोटी-सी दूरी के लिए जाने जाते हैं। 

इनमें एनएच 548, एनएच 118 और एनएच 47्र शामिल हैं, जिन्हें भारत के सबसे छोटे हाईवे के तौर पर जाना जाता है. आइये आपको बताते हैं आखिर ये हाईवे भारत के किस कोने में स्थित हैं और किन शहरों को आपस में जोड़ते हैं.

किस राज्य में स्थित हैं ये छोटे हाईवे

भारत का सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 548 है, जो एनएच 118 के बराबर है. झारखंड में, 5 किलोमीटर लंबा एनएच 118 आसनबनी और जमशेदपुर शहर को जोड़ता है. वहीं, एनएच 548 महाराष्ट्र में है, बता दें कि इसकी लंबाई 5 किलोमीटर है. इसका उत्तरी किनारा कलमबोली है और साक्षिणी छोर नवी मुंबई से कनेक्टेड है। 

आपको बता दें कि नेशनल हाइवे 548 और 118 से पहले एनएच 47्र भारत का सबसे छोटा हाईवे हुआ करता था। इसी के साथ ही यह केरल के कोचीन जिले में कूडनूर को विलिंग्डन आइलैंड से कनेक्ट करता है, इसकी लंबाई 4 मील है. अब इस हाइवे को 966बी के नाम से भी जाना जाता है।