रोहतक में बनेगा एक और बाईपास, इस बाईपास से निकल वाहन चालक बचा सकेंगे टोल टैक्स

Chaupal TV, Rohtak हरियाणा के रोहतक में एक और नए बाईपास का निर्माण होने जा रहा है। इसके लिए सरकार से अनुमति मिल गई है। प्रशासन की ओर से हरियाणा पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के चीफ इंजीनियर को बाईपास की अनुमानित लागत को लेकर पत्र भी भेजा है। यह पत्र 4 जून...
 
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रोहतक में बनेगा एक और बाईपास, इस बाईपास से निकल वाहन चालक बचा सकेंगे टोल टैक्स

Chaupal TV, Rohtak

हरियाणा के रोहतक में एक और नए बाईपास का निर्माण होने जा रहा है। इसके लिए सरकार से अनुमति मिल गई है। प्रशासन की ओर से हरियाणा पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के चीफ इंजीनियर को बाईपास की अनुमानित लागत को लेकर पत्र भी भेजा है। यह पत्र 4 जून को भेजा गया था। पत्र के जरिए अनुमानित लागत को चेक करने के लिए कहा गया है।

Another new bypass is going to be constructed in Rohtak, Haryana. Permission has been obtained from the government for this. On behalf of the administration, a letter has also been sent to the Chief Engineer of Haryana PWD B&R regarding the estimated cost of the bypass. This letter was sent on June 4. The letter has been asked to check the estimated cost.

आपको बता दें कि यह बाईपास रोहतक से चंडीगढ़ की ओर जाते समय मकड़ौली टोल से पहले गांव चमारिया से करीब 1 किलोमीटर चलकर नहर से शुरू होगा और नहर की पटरी से होता हुआ चमारिया गांव के दूसरे छोर यानी मकड़ौली गांव के सामने जाकर खत्म होगा।

इस बाईपास पर अनुमानित 3 करोड़ 33 लाख 73 हजार रुपये खर्च होंगे। उम्मीद है कि सितंबर में बाईपास बनाने का काम शुरू हो जाएगा। चमारिया में बाईपास के लिए जमीन भी अधिगृहित हो चुकी है। यह बाईपास 2.490 किलोमीटर लंबा होगा।

गौरतलब है कि इस रास्ते से निकलने वाले वाहन चालक मकड़ौली टोल से टोल बचाने के लिए गांव चमारिया से होकर निकलते हैं। इस कारण गांव के बीच से होकर गुजरने वाले वाहन चालकों और गांव वालों के बीच झगड़ा भी हो चुका है और दुर्घटना का डर भी बना रहता है।

अब इस बाईपास का बड़ा फायदा वाहन चालकों को तो होगा कि साथ ही गांव चमारिया के लोगों को भी गांव में लगने वाले हर रोज के जाम और झगड़े से निजात मिलेगी। गांव चमारिया के रहने वाले जेजेपी नेता डॉ. संदीप हुड्डा ने बताया कि वाहन चालक टोल टैक्स बचाने के लिए गांव के अंदर से होकर गुजरते हैं।

ऐसे में दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। कई बार वाहन चालकों और ग्रामीणों के बीच झगड़ा भी हुआ। कोई बड़ी घटना न हो इसलिए वे एक अपरोच रोड गांव के बाहर से निकालने को लेकर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से भी मिले थे। इसके बाद उन्होंने बाईपास को मंजूरी दे दी।