Rewari Mountaineer Narendra Yadav: हरियाणा के बेटे नरेंद्र ने रचा इतिहास, अलास्का की सबसे ऊंची चोटी पर लहराया तिरंगा

हरियाणा के बेटे ने एक बार फिर से प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है।
 
हरियाणा के बेटे नरेंद्र ने रचा इतिहास, अलास्का की सबसे ऊंची चोटी पर लहराया तिरंगा
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Rewari Mountaineer Narendra Yadav: हरियाणा के बेटे ने एक बार फिर से प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है। रेवाड़ी के नेहरूगढ़ गांव के पर्वतारोही नरेंद्र यादव ने उत्तरी अमेरिका के अलास्का की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंग लहराया। नरेंद्र यादव ने 6190 मीटर ऊंची चोटी पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इस चोटी पर चढ़ने वाले वह पहले युवा भारतीय बन गए हैं। 


 नरेंद्र यादव ने 29 साल 6 महीने 8 दिन की उम्र में उस रिकॉर्ड को तोड़कर अपने नाम कर लिया है। इस अभियान में दुनिया भर के पर्वतारोहियों ने हिस्सा लिया था और अभियान को आईपीएल बायोलॉजिकल ने प्रायोजित किया था।

भारत का नाम किया अंकित

15 जून को नरेंद्र यादव चार्टर फ्लाइट से तालकीतना से बेस कैंप पहुंचे और वहां से पैदल कैंप-1 पहुंचे। 23 जून को रात 10:29 पर उन्होंने तिरंगा फहराकर और विश्व पटल पर भारत का नाम अंकित किया।

जोखिमों से भरा है यह पर्वत

नरेंद्र यादव ने बताया कि देनाली को घातक पर्वत भी कहा जाता है। यह पर्वत तकनीकी तौर पर बहुत ही दुर्गम है। अत्यधिक ठंड और तेज हवा के चलते इस पर्वत पर चढ़ाई और खतरनाक हो जाती है। जोखिमों के कारण बहुत कम पर्वतारोही इस पर्वत को चढ़ने में आज तक कामयाब हुए हैं।


ये है उनका अगला लक्ष्य

साल 2008 से इन्होंने नियमित तौर से पर्वतारोहण का अभ्यास शुरू कर दिया था। उसके बाद महज 19 साल की आयु में 6512 मीटर ऊंची भागीरथी-टू और 5612 मीटर ऊंची डीकेडी-टू के साथ कालिंदी पास, वासुकी ताल पास, लेह, गढ़वाल चोटी को फतह करके सबसे कम उम्र वाले पर्वतारोही बने। अब उनका अगला लक्ष्य अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी विंसन है।