SDM-डॉक्टर विवाद में नया मोड़, विधायक-सांसद की हुई एंट्री, मामला गर्माया

 
SDM ने डॉक्टर को धमकाया. कामकाज हो गया ठप्प
WhatsApp Group Join Now
राजस्थान के बाड़मेर में बड़ा मामला सामने आया है. यहां एक एसडीएम को अपने पद का रोब दिखाना भारी पड़ गया, यहां एक SDM ने डॉक्टर को काम के दौरान धमका दिया साथ ही डॉक्टर के साथ  अभद्र व्यवहार किया गया है, जहां अब ये मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जिला डॉक्टर एसोसिएशन ने इस घटना के विरोध में बाड़मेर में रविवार को 2 घंटे काली पट्टी बांधकर कार्य का बहिष्कार किया।

हालांकि इस घटना का वीडियो वायरल हो गया जहां  मामला बढ़ता देखकर एसडीएम बद्रीनारायण बिश्नोई बैक फुट पर नजर आए। उसके बाद SDM ने एक वीडियो जारी करते हुए सफाई देते हुए घटना पर माफी मांगी है। इधर, डॉक्टर के साथ अभद्र व्यवहार की घटना के विरोध में राजस्थान मेडिकल एसोसिएशन भी उतर आया है। इस दौरान प्रदेश के सभी सरकारी हॉस्पिटलों में आज 2 घंटे के कार्य का बहिष्कार किया.

एसडीएम बद्री नारायण बिश्नोई ने एक वीडियो जारी बताया कि उनके पास एक 85 वर्षीय महिला की गंभीर स्थिति को लेकर फोन पर सूचना आई। इस पर उन्होंने मौके पर पहुंचकर डॉक्टर से रोगी को देखने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया, तो उन्होंने सख्ती दिखाते हुए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था, फिर भी यदि किसी की भावना ठेस पहुंची है, तो मैं इस घटना को लेकर खेद जताता हूं।

वहीं इस मामले में विधायक व सांसद की एंट्री हो गई है. बता दें कि सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने X  पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि बाड़मेर जिले में सेड़वा एसडीएम बद्रीनारायण द्वारा डॉक्टर रामस्वरूप रावत के साथ किए गए दुर्व्यवहार की घटना निंदनीय और शर्मनाक है। प्रशासनिक पद पर बैठा कोई अधिकारी यदि स्वास्थ्य सेवाओं में लगे डॉक्टरों का सम्मान नहीं कर सकता और उन्हें धमकाने व अपमानित करने का कार्य करता है, तो यह एक गंभीर विषय है।

वहीं बायतु विधायक हरीश चौधरी ने लिखा कि सेड़वा स्थित राजकीय हॉस्पिटल में उपखंड अधिकारी की ओर डॉक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ के साथ गया दुर्व्यवहार निंदनीय है। इस घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। एवं जो भी इसके जिम्मेदार है उनके खिलाफ संख्य कार्रवाई हो ताकि कोई भी व्यक्ति अपने आप को नियम कायदों से ऊपर नहीं समझें।