हरियाणा में मुफ्त में होगा किडनी-लिवर ट्रांसप्लांट: CM सैनी ने किया ऐलान, PGI में मिलेगी सुविधा

हरियाणा में 3 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसी बीच प्रदेश सरकार आम जनता के लिए बड़ी घोषणाएं कर रही है। इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने प्रदेश में लिवर और किडनी के रोगों से लोगों के लिए बड़ा ऐलान कर दिया है।

 
हरियाणा में मुफ्त में होगा किडनी-लिवर ट्रांसप्लांट
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हरियाणा में 3 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसी बीच प्रदेश सरकार आम जनता के लिए बड़ी घोषणाएं कर रही है। इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने प्रदेश में लिवर और किडनी के रोगों से लोगों के लिए बड़ा ऐलान कर दिया है।

सीएम सैनी ने मुख्यमंत्री मुफ्त इलाज योजना के तहत पात्र रोगियों को 3 लाख रुपये तक की फ्री किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट सेवा की मंजूरी दे दी है।

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना - आयुष्मान भारत (PMJAY-AB) योजना के तहत भी 3 लाख रुपए के विशेष फिक्स्ड किडनी और लिवर ट्रांसपोर्ट पैकेज बनाने को भी मंजूरी दी है। जो इन मरीजों के ट्रांसप्लांट खर्च के बदले दिया जाएगा।

स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इस नई पहल के साथ, चिह्नित मरीज़ पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, रोहतक में बिना किसी खर्च की चिंता के गंभीर किडनी और लिवर प्रत्यारोपण करवा सकेंगे।

 हरियाणा के हेल्थ मिनिस्टर ने बताया कि पहले, एमएमएमआईवाई के तहत किडनी या लिवर प्रत्यारोपण से संबंधित खर्चों को कवर करने का कोई प्रावधान नहीं था। जिसके कारण जरुरतमंद रोगियों को उपचार के लिए दुर्गम बाधाओं का सामना करना पड़ता था।

पहली बार किसी सरकारी स्वास्थ्य सेवा संस्थान में इस सुविधा की शुरुआत होना इस अंतर को पाटने और समाज के सबसे कमजोर वर्गों को व्यापक देखभाल प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

डॉ गुप्ता ने बताया कि इन फैसला का उद्देश्य उन लोगों को जीवन रक्षक चिकित्सा उपचार प्रदान करना है, जिन्हें इसकी सख्त जरूरत है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वित्तीय बाधाओं के कारण किसी को भी आवश्यक स्वास्थ्य सेवा से वंचित न होना पड़े।

बाल चिकित्सा के लिए 44.1 करोड़ जारी
इसके अलावा सीएम नायब सैनी ने जिला अस्पतालों में बाल चिकित्सा एचडीयू-आईसीयू इकाइयों के लिए 44.1 करोड़ रुपए भी जारी किए हैं।

44.1 करोड़ रुपए में से 38.8 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष 21 इंटेंसिविस्ट, 105 ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर (ICU में प्रशिक्षित), 420 आईसीयू प्रशिक्षित स्टाफ नर्स, सिस्टर, 105 ओटी-एनेस्थीसिया तकनीशियन और 21 काउंसलर की नियुक्ति होगी। इसके साथ ही आईसीयू के संचालन के लिए नियोजित जनशक्ति से संबंधित रिकॉर्ड बनाए रखने के लिए अलग से विंग बनेगी।