यें हैं चौटाला की लोकप्रियता: कभी 50 लोगों की हाजिरी को तरसती थी पार्टी, अब उमड़ रहा है लोगों का हुजूम

 
यें हैं चौटाला की लोकप्रियता: कभी 50 लोगों की हाजिरी को तरसती थी पार्टी, अब उमड़ रहा है लोगों का हुजूम
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जींद।जेबीटी भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा पूरी होने पर इनेलो सुप्रीमो एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला आज तिहाड़ जेल से रिहा हो गए. उनके स्वागत के लिए प्रदेशभर से हजारों की संख्या में इनेलो कार्यकर्ताओं ने दिल्ली पहुंचकर अपने महबूब नेता का फूल बरसाकर स्वागत किया.

पार्टी के जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक रामफल कुंडू , महिला नेत्री सुमित्रा देवी , कर्ण सिंह अलेवा, सतीश जैन सहित जिले के सभी बड़े नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ ओमप्रकाश चौटाला का स्वागत करने दिल्ली पहुंचे.

यें हैं चौटाला की लोकप्रियता: कभी 50 लोगों की हाजिरी को तरसती थी पार्टी, अब उमड़ रहा है लोगों का हुजूम

इसमें कोई संदेह नहीं है कि ओमप्रकाश चौटाला की रिहाई के बाद पार्टी का ग्राफ भी तेजी से उपर उठेगा.आने वाले दिनों में इनेलो पार्टी के बढ़ते जनाधार का सीधा नुकसान कांग्रेस व दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी को उठाना पड़ेगा. ग्रामीण क्षेत्र से किसानों व मजदूरों का एक बड़ा तबका जो जेजेपी व कांग्रेस पार्टी से जुड़ गया था, अब वह वापिस इनेलो में आना शुरू हो गया है.

यें हैं चौटाला की लोकप्रियता: कभी 50 लोगों की हाजिरी को तरसती थी पार्टी, अब उमड़ रहा है लोगों का हुजूम

इसका अंदाजा जींद में दो दिन पहले जिला कार्यकारिणी की बैठक में उमड़ी भीड़ को देखकर हों गया था. इनेलो पार्टी के दो-फाड़ होने के बाद पार्टी इस कदर हाशिए पर चली गई थी कि पार्टी दफ्तर में होने वाली बैठक में बमुश्किल 50 लोगों की हाजिरी भी नहीं हो पाती थी. कभी -कभार तो यह आंकड़ा 25-30 लोगों तक ही सीमित रह जाता था.

लेकिन अपने प्रिय नेता ओमप्रकाश चौटाला की रिहाई की खबर आने के बाद जींद की जाट धर्मशाला में आयोजित हुई जिला कार्यकारिणी की बैठक में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे और मीटिंग हॉल खचाखच भरा हुआ था. इस मीटिंग में उन कार्यकर्ताओं की मौजूदगी भी देखी गई जो कई साल पहले पार्टी को अलविदा कह गए थे.

यें हैं चौटाला की लोकप्रियता: कभी 50 लोगों की हाजिरी को तरसती थी पार्टी, अब उमड़ रहा है लोगों का हुजूम

कार्यकर्ताओं की भीड़ देख अभय के चेहरे पर चमक लौटीं
करीब दो साल पश्चात कार्यकर्ताओं के भारी हुजूम को देखकर अभय चौटाला के चेहरे पर एक अलग ही रौनक नजर आईं. चौधरी देवीलाल की विचारधारा को मानने वाले जो कार्यकर्ता इनेलो छोड़कर दूसरी पार्टियों में चलें गए थे, वें अभय के सामने मीटिंग में उपस्थित रहे.

यें हैं चौटाला की लोकप्रियता: कभी 50 लोगों की हाजिरी को तरसती थी पार्टी, अब उमड़ रहा है लोगों का हुजूम

कार्यकर्ताओं के जोश को देखते हुए अभय चौटाला भी यह कहने से नहीं चूक रहे कि ओमप्रकाश चौटाला ही हरियाणा प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे. हालांकि ये सब भविष्य के गर्भ में है लेकिन जींद जिला चौटाला परिवार का गढ़ रहा है. जींद जिले ने संकट की घड़ी में हर वक्त चौटाला परिवार को संजीवनी देने का काम किया है.

जींद में होगा चौटाला का बड़ा स्वागत समारोह
विकास की दृष्टि से जींद जिले की गिनती भले ही पिछड़े इलाकों में होती हों लेकिन सियासी गलियारों में इसे प्रदेश की राजनीतिक राजधानी कहां जाता है. चौधरी देवीलाल, बंसीलाल, भुपेंद्र हुड्डा, दुष्यंत चौटाला सहित ज्यादातर बड़े नेता जींद की धरा पर रैलियां आयोजित करके सत्ता की कुर्सी तक पहुंचे हैं.

इनेलो पार्टी भी चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का जींद में बड़ा स्वागत समारोह करने जा रही है. पार्टी को उम्मीद है कि इस रैली के जरिए वो अपना खोया जनाधार वापिस करने में सफलता हासिल कर सकतीं हैं.

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी, 1935 को हरियाणा के सिरसा गांव में हुआ. ओपी चौटाला पूर्व उप मुख्यमंत्री चौधरी देवी लाल के पुत्र हैं. ओमप्रकाश चौटाला पांच बार (1970, 1990, 1993, 1996 और 2000) हरियाणा विधान सभा के सदस्य रह चुके हैं. साल 1989 में ओम प्रकाश चौटाला पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. इसके बाद वो 1990, 1991 और 1999 में भी मुख्यमंत्री बनें.