लॉकडाउन के बाद एक साल से बंद दूकान का बिजली विभाग ने भेजा 69 लाख का बिल, मालिक ने कहा कि…

 
लॉकडाउन के बाद एक साल से बंद दूकान का बिजली विभाग ने भेजा 69 लाख का बिल, मालिक ने कहा कि…
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Chaupal TV, Jind

पिछले साल लॉकडाउन से बंद पड़ी एक आढ़त की दूकान का बिजली का बिल इतना ज्यादा आया कि देखकर मालिक के होश उड़ गए। बिल की राशि 69 लाख से अधिक थी। साथ ही बिल यदि 14 जून तक नहीं भरा गया जुर्माने के तौर पर 2,01,951 रुपये और जमा कराने पड़ेंगे। जिसे लेकर दूकान मालिक अशोक मित्तल ने इसकी शिकायत विभाग से की है।

Last year, the electricity bill of a shopkeeper’s shop, which was closed due to lockdown, came so much that the owner was blown away after seeing it. The bill amount was more than 69 lakhs. Also, if the bill is not filled by June 14, Rs 2,01,951 will have to be deposited as a fine. About which the shop owner Ashok Mittal has complained to the department.

हैरान कर देने वाला मामला हरियाणा के जींद जिले का है। जानकारी के अनुसार अशोक मित्तल की शहर के पुरानी अनाज मंडी में आढ़त की दुकान है, जो पिछले साल लगे लॉकडाउन के समय से बंद है। दुकान में बिजली का 40 साल पुराना कनेक्शन है। विभाग की तरफ से 23 अप्रैल को उनके पास 16 हजार रुपये का बिल भेजा गया। अशोक को बिल की राशि ज्यादा लगी जिसके चलते अशोक ने बिल की राशि को सही करने का आवेदन कर दिया।

The surprising case is of Jind district of Haryana. According to the information, Ashok Mittal has a shop in the old grain market of the city, which is closed since the time of lockdown last year. The shop has 40 years old electricity connection. On April 23, a bill of Rs 16,000 was sent to him by the department. Ashok found the amount of the bill more, due to which Ashok applied to correct the amount of the bill.

लेकिन सही होकर जो बिल आया उसे देखकर तो अशोक के होश ही उड़ गए। इस बार बिल की राशि 69,53,846 रुपये थी। साथ ही बिल भरने में देरी होने पर दो लाख का जुर्माना भी देना होगा। इस बिल के हिसाब से भी केवल 86 यूनिट ही बिजली खर्च हुई थी।

बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता श्यामवीर सैनी ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अगर शिकायतकर्ता ने इस मामले की शिकायत की है या करता है तो वे अधिकारियों को इसके समाधान का निर्देश देंगे।