आम आदमी पर महंगाई की मार बढ़ी, राजधानी में टमाटर के भाव ने लगाया शतक, अगले सप्ताह राहत के आसार

 
आम आदमी पर महंगाई की मार बढ़ी, राजधानी में टमाटर के भाव ने लगाया शतक, अगले सप्ताह राहत के आसार
WhatsApp Group Join Now

देश की राजधानी दिल्ली में लोगों को उम्मीद थी कि त्योहारी मौसम बीतने के बाद टमाटर का भाव कम होगा लेकिन यह दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। टमाटर के बढ़ते भाव लोगों को एक बार फिर गुस्से से लाल कर रहे हैं। आसमान छूते टमाटर के दाम ने सब्जियों का लगातार स्वाद बिगाड़ रहे है। दिल्ली के कई इलाकों में तो यह शतक लगा रहा है। प्रतिकिलो 100 रुपया तक बिक रहा है। हालांकि सफल समेत अन्य ऑनलाइन बिक्रेता की दुकानों पर टमाटर 80-90 रुपया प्रतिकिलो भी मिल रहा है।

आपूर्ति में कमी की वजह से टमाटर के भाव कम होने का नाम नहीं ले रहे और अर्धशतक के बाद अब शतक लगा रहा है। अन्य राज्यों में भी टमाटर के भाव में काफी तेजी है। जयपुर, मुंबई और भोपाल में पहले से ही टमाटर सेंचुरी लगा रहा है। अब दिल्ली में भी इसके भाव तेज हो गए है।

आजादपुर मंडी के दुकानदारों का कहना है कि इन दिनों आवक कम है। प्रतिदिन दिल्ली में 40 ट्रक माल आता था, लेकिन आजकल 20-25 ट्रक ही आ रहा है। उम्मीद है कि अगले सप्ताह से आवक में बढ़ोत्तरी होगी और टमाटर सस्ता हो जाएगा। सस्ता होने की उम्मीद इसलिए भी है कि नई फसल तैयार हो गई है। बारिश व फसल के नुकसान की वजह से टमाटर के भाव में तेजी आई थी।

उन्होंने बताया कि मंडी में टमाटर का भाव 50-65 रुपया प्रतिकिलो है जो खुदरा बाजार में जाते ही 100 रुपया तक पहुंच जा रहा है। शिमला से आने वाला टमाटर महंगा है। इसी तरह देशी टमाटर जयपुर और हिमाचल से आता है। इसका रेट थोक मंडी में 65 रुपया प्रतिकिलो है। इंदौर और रतलाम से टमाटर आने वाला है। नया फसल आने से भाव कम होने की उम्मीद है। महाराष्ट, मध्यप्रदेश, राजस्थान से भी टमाटर दिल्ली आता है।

आजादपुर मंडी के आढ़तियो ने बताया कि बमौसम बारिश व फसल के नुकसान की वजह से टमाटर के भाव में तेजी आई थी। मंडी में आवक भी इनदिनों कम है। उन्होंने बताया कि मंडी में तो 56-60 रुपये प्रतिकिलो टमाटर बिक रहे है, लेकिन खुदरा मार्केट में जाते ही भाव 100 रुपया पहुंच जाता है।

बाजार के भाव को कंट्रोल करने वाली संस्था के गैरजिम्मेदाराना रवैया इसके लिए जिम्मेदार है। इसी वजह से खुदरा बाजार में लोगों को डबल रेट में सब्जियां मिलती है।