सिरसा मे आज भी बनती है मिट्टी की भट्टी पर लकड़ी जलाकर स्वादिष्ट चाय,37 वर्षों से लगातार आज भी लगती है भीड़

सिरसा के इस टपरी की चाय को हजारों लोग पसंद करते है
हम भारतीय चाय के कितने शौकीन है, यह किसी से नहीं छुपा है। अच्छी चाय के साथ हमारे दिन की शुरुआत होती है। फिर पूरा दिन हम चाय का आनंद लेते हैं। इसी कारण भारत में चाय का बिजनेस भी बहुत अच्छा चलता है। आज भी ऐसे कई टी स्टॉल है, जिनकी चाय के स्वाद का जायका सबसे अलग है।
अगर आप हरियाणा के सिरसा शहर में रहते हैं, तो आपने बिट्टू टी स्टॉल का नाम तो अवश्य ही सुना होगा। इनकी चाय आस-पास के एरिया में इतनी मशहूर है कि लोग इनके पास स्पेशल चाय पीने आते हैं।
यहाँ पर बनने वाली चाय पुराने जमाने का जायका देती है। जहां मिट्टी की भट्टी में सिल्वर की केतली रखकर चाय बनाई जाती है। मध्यम आंच पर बनने के बाद चाय का स्वाद पूरी तरह से बदल जाता है। यहाँ पर मिलने वाली चाय हर व्यक्ति को ध्यान में रखकर बनाई जाती है।
यहाँ पर हर उम्र के लोग चाय की चुस्कियों का आनंद लेते हैं। अच्छी और स्वादिष्ट चाय मिलने के कारण ग्राहकों की यहाँ पर भीड़ लगी रहती है। कुछ लोग किसी विशेष टॉपिक पर बात करने के लिए यहाँ आते हैं, ताकि चाय की चुस्कियों के साथ काम भी हो जाए
चाय की यह दुकान हरियाणा के सिरसा शहर में स्थित है। इसकी सही लोकेशन शिवपुरी रोड़, नजदीक हनुमान जी मंदिर के पास है। हनुमान जी मंदिर के पास पहुँचने पर आप किसी से भी दुकान का पत्ता पूछ सकते हैं। अपने एरिया और पूरे सिरसा शहर में इसके चर्चे हैं।
चाय की इस टपरी को आज से 37 साल पहले श्री देश राज ने शूरू किया था जिसे अब चरणजीत (बिट्टू) और उनके बेटे शुभम चलाते हैं।
आपको यह जानकार हैरानी होगी कि इतनी मशहूर दुकान बांस व लकड़ी से बनी टपरी में चलाई जाती है। बांस व लकड़ी की टपरी उनके पिताजी ने बनाई थी, जिसमें वे आज भी चाय बना रहे हैं।
चाय बनाने का अंदाज पूरी तरह से अलग है, जो पुराने जमाने की याद दिलाता है। मिट्टी की भट्टी में सिल्वर की केतली और बढ़िया चाय मसाला के साथ तैयार की जाती है।
चाय बनाते समय छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा जाता है, ताकि स्वाद खराब न हो जाए।
इसके अलावा इनका व्यवहार बहुत बढ़िया है। इनकी मिट्ठी बातें सुनकर आपका मन खुश हो जाएगा। तो जब भी आपका मन चाय पीने का करे और आप इस दुकान के आस-पास हो तो, यहाँ पर जाकर इसे ट्राइ अवश्य करना।
अच्छे व्यवहार और स्वादिष्ट चाय के कारण लोगों के बीच इनकी लोकप्रियता काफी बढ़ती जा रही है। हर दिन यहाँ पर 500 से अधिक लोग चाय पीने के लिए आते हैं। इसके अलावा कुछ लोग चाय को पैक करवाकर भी ले जाते हैं।