गुसाईयाना में किसान की दो बेटियों की बिना दहेज हुई शादी, दूल्हे पक्ष वाले बोले- दुल्हन ही दहेज

 
गुसाईयाना में किसान की दो बेटियों की बिना दहेज हुई शादी, दूल्हे पक्ष वाले बोले- दुल्हन ही दहेज
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सिरसा जिले में दहेज प्रथा रूपी दानव को खत्म करने की मुहिम लगातार जारी है। इसी कड़ी में गांव गुसाईआना के राय सिंह बैनीवाल की बेटी सुमन व पुष्पा की शादी बुधवार रात्रि धूमधाम से संपन्न हुई। 

शादी में सभी परंपरागत रस्में अदा की गई। जब विदाई के समय वर पक्ष की तरफ से मात्र 1 रुपया और नारियल यह कहकर स्वीकार किया कि  दुल्हन ही दहेज है। शादी समारोह में क्षेत्र के कई गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की और बिना दहेज की शादी सिरसा जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है ।

सिरसा जिले के गुसाईआना के राय सिंह बैनीवाल की बेटी सुमन की शादी गांव गिगोरानी निवासी मनीराम फगेड़िया पुत्र अभिषेक व बेटी पुष्पा की शादी ढूकड़ा निवासी मोहनलाल खिचड़ के पुत्र राजवंत के साथ बिना दहेज़ के संपन्न हुई के साथ पूरे रस्मो रिवाज से संपन्न हुई। 

सुबह विदाई की रस्म अदा के समय लड़कों के पिता मनीराम फगेड़िया व मोहनलाल खिचड़ ने दहेज में लेने से मना कर दिया और रस्म के मुताबिक शगुन का  मात्र 1 रुपया व नारियल ही स्वीकार किया। 

इस मौके पर उन्होंने कहा की वह हमेशा से ही समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ रहे हैं। इसी के तहत दहेज प्रथा तो बिल्कुल ही बंद करने के पक्ष में है । 

उन्होंने बताया कि वधू पक्ष का मान रखते हुए शगुन के रूप में मात्र 1 और नारियल ही लेकर दुल्हन को ही दहेज के रूप में स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि समाज  के अन्य लोगों को भी सबक लेकर दहेज प्रथा रूपी दानव को खत्म करना चाहिए।


उधर सुमन व पुष्पा के माता-पिता और सुमित्रा व राय सिंह बैनीवाल ने कहा कि बेटियों की शादी धूमधाम से संपन्न की है उनका कहना है कि वह बहुत खुश हैं कि उनकी बेटियों को ऐसा परिवार मिला जो दहेज के लोभी नहीं है और वह अन्य लोगों से अपील करते हैं कि अपनी बेटी को दहेज से पहले ही शिक्षित कर अपना फर्ज निभाना चाहिए। और समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करने में योगदान देना चाहिए।