Hisar Airport: हरियाणा के हिसार एयरपोर्ट के लिए मिले 1811 करोड़, जल्द हवाई जहाज भरेंगे उड़ान

इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर विशुद्ध रूप से डिफेंस और एयरोस्पेस केंद्रित होगा। इसमें विश्व की बड़ी कंपनियों को उद्योग स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
एनआईसीडीसी ने औद्योगिक विकास के लिए हरियाणा सरकार द्वारा दिया गया प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। एनआईसीडीसी की तरफ से हरियाणा सरकार को केंद्र सरकार की इक्विटी के तौर पर 1811 करोड रुपए दिए गए हैं। इसके परिणाम स्वरुप अंतरराष्ट्रीय मार्केट में महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट की अलग पहचान बनेगी।
हिसार एयरपोर्ट के लिए अगले 30 साल की कार्य योजना तैयार कर ली गई हैं। 7200 एकड़ जमीन पर हिसार एयरपोर्ट का निर्माण कार्य चल रहा हैं।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि अमेरिका की ट्रेड एंड डेवलपमेंट एजेंसी इंटीग्रेटेड एविएशन हब बनाने के लिए तकनीकी और आर्थिक सहायता देगी। इससे एयरपोर्ट पर माल लाने और भेजने की सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। यह एविएशन हब देश के निर्यात को बढ़ाकर आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत करने का कार्य करेगा। एयरपोर्ट के तीन फेज के कार्यों में से दो फेज के कार्य पूरे हो चुके हैं।
महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट के प्रोटोकॉल अधिकारी सत्यपाल आर्य ने बताया कि महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट हिसार पर 10000 फीट की हवाई पट्टी, रात्रि सुविधा के लिए कैट आई, हवाई जहाजों के ट्रैफिक कंट्रोल के लिए बनी एटीसी टावर की बिल्डिंग, जीएससी एरिया, पीटीटी, लिंक टैक्सी, जहाज खड़े होने की जगह एप्रन, फ्यूल रूम, बेसिक स्पिट पैरामीटर रोड और बरसाती ड्रोन बनाने का कार्य पूरा हो चुका है। पुराने टर्मिनल को विस्तारित करके 150 लोगों की क्षमता का बना दिया गया है।