हरियाणा का बेटा सियाचिन में शहीद, ग्लेशियर की चपेट में आने से हुआ हादसा
गुरुग्राम के भोंडसी गांव का एक फौजी सीमा पर शहीद हो गया। 20 वर्षीय तरुण भारद्वाज एक साल पहले सियाचिन पोस्टिंग पर गया था। उसका पार्थिव शरीर शनिवार को गांव पहुंचने की उम्मीद है। तरुण की शहादत के समाचार के बाद से ग्रामीण शोकाकुल हैं।
नंदकिशोर भारद्वाज के बेटे तरुण भारद्वाज की मौत सियाचिन में पेट्रोलिंग के दौरान एक ग्लेशियर की चपेट में आने से हो गई। तरुण करीब डेढ़ साल पहले मार्च 2020 में सेना में भर्ती हुआ था।
6 महीने की ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग उसे सियाचिन में मिली। उसके चाचा निखिल भारद्वाज ने बताया कि बृहस्पतिवार की देर शाम उसकी कमांड से फोन आया, फोनकर्ता ने उसकी शहादत की सूचना दी।
वह बताते हैं कि अभी तक मौत के पूरे कारणों की जानकारी नहीं मिल पाई है। अफसरों बताया कि पेट्रोलिंग के दौरान ग्लेशियर खिसकने से तरुण उसकी चपेट में आ गया।
तरुण अपने परिवार का सबसे छोटा बेटा था। उसके बड़े भाई पुष्पेंद्र भारद्वाज के अनुसार तरुण फौज में भर्ती होने के बाद एक बार ही 28 दिन की छुट्टी इसी साल फरवरी में आया था। तरुण के पिता 16 राजपूत बटालियन से वर्ष 2001 में रिटायर हुए थे।
मातृभूमि की रक्षा करते हुए सियाचिन में शहीद हुए हरियाणा के भौंडसी गांव के जवान तरुण भारद्वाज की वीरगति को भावपूर्ण श्रद्धांजलि।
— Dushyant Chautala (@Dchautala) September 10, 2021
ईश्वर से प्रार्थना है कि वो दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवारजनों को इस कठिन समय को सहने का संबल दें।
ॐ शांति शांति ॐ!! pic.twitter.com/LRIK33SjJs