हरियाणा के युवक की अमेरिका में हत्या, 12 साल पुराने गैंगवार में फिर हत्या, सरपंच पिता की हुई थी पहले हत्या
नीलोखेड़ी हलके के गांव अंजनथली एक बार फिर से चर्चा में है, करनाल की आज तक की सबसे पुरानी गैंगवार में एक बार फिर से किसी की बलि चढ़ी है.
असल में कई साल पहले अंजनथली गांव से सरपंच बबली अंजनथली की सरेआम घर के बाहर ही गोली मारकर हत्था कर दी जाती है,हत्या से कुछ एक साल पहले ही बबली के भाई नरेश की अमीन से बड़थल गांव के बीच रास्ते तलवारो से काटकर जान लेने की कोशिश की जाती है.
इतना ही नहीं इस गैंगवार से रिश्तेदारी भी अछुती नहीं रही, इसमें मृतक बबली के भाई नरेश के साले पिंटू की 16 जनवरी 2019 को सरेआम करनाल में गोली मारकर हत्या कर दी जाती है.
लेकिन अब इस गैंगवार में बड़ा मोड़ आया है, इस गैंगवार में अब मृतक बबली के पुत्र सागर की अमेरिका में हत्या कर दी गई, जिसके बाद इस गैंगवार में एक बार फिर से जख्म हरे हो गए.
हालांकि पुलिस ने बबली की हत्या में शामिल कुख्यात गैंगस्टर जबरा जो की मोस्ट वांटेड था उसका भी एनकाउंटर किया था. लेकिन सागर की हत्या की बाद एक बार फिर से अंजनथली सुर्खियों में आ गया.
जानकारी के अनुसार सागर अपने काम से वापस अपने कमरे पर आ रहा था. सागर अमेरिका में ट्राला चलाता है, जहां वो जब ट्राले से घर की तरफ जा रहा था तब अज्ञात हमलावरों ने बीच रास्ते गाड़ी ट्राला रुकवा कर सागर की हत्या कर दी.
क्या था ये पूरा गैंगवार
असल में मृतक सागर करनाल के गांव अंजनथली का रहने वाला था। ये मामला 12 साल पहले शराब के ठेके को लेकर शुरु हुआ था जिसमें तब शुरु हुआ विवाद आज तक नहीं थमा और दो गुटों के बीच इस गैंगवार को 12 साल हो गए जिसमें अब अगली पीढ़ी भी पिस रही है.
मामला शराब के एरिया पर विवाद पर शुरु हुआ था जिसमें मुख्य आरोपी कृष्ण दादुपुर के साथ मारपीट से शुरु हुआ था, जो अब पीढ़ियों के खात्में पर आ गया है.
जिसके बाद कृष्ण ने 2012 और 2016 में सागर के चाचा नरेश अंजनथली पर फायरिंग करवाई थी, जिसमें वे बच गए थे। इसके बाद वारदात में शामिल आरोपी कृष्ण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद नरेश ने भी बदला लेने की कोशिश की तो पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया था।
कृष्ण जब 2 साल बाद जमानत पर बाहर आया तो फरार हो गया। हालांलि वे जबरा के संपर्क में आया औऱ 29 जुलाई 2018 को कृष्ण ने अपने साथियों के साथ मिलकर मृतक सागर पिता और अंजनथली के सरपंच प्रतिनिधि सुरेश उर्फ बबली की गोली मारकर हत्या कर दी।
फिर 17 जनवरी 2019 को कृष्ण दादुपुर ने अपने साथियों के साथ नरेश के साले पिंटू को भी मौत के घाट उतार दिया। जिससे बाद मामला गर्मा गया. इन दोनों हत्याकांड में शामिल कृष्ण के गुर्गे जबरा का पुलिस ने 23 मार्च 2019 को एनकाउंटर कर दिया।
कृष्ण को पकड़ने के लिए पुलिस ने 5 लाख का इनाम रख दिया। वहीं सुरेश बबली का बेटा सागर व बबली का भाई नरेश अपनी जान बचाने के लिए विदेश भाग गए, ताकि कृष्ण गैंग का कोई गुर्गा उन तक न पहुंच पाए।
11 मार्च 2021 को पुलिस ने कृष्ण दादुपुर व उसके साथी सन्नी को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद से ही वह कुरूक्षेत्र जेल में सजा काट रहा है।
हालांकि बबली के परिवार ने जान बचाने के लिए विदेश का रास्ता चुना जिसके बाद शायद किसी को अंदाजा हो कि यह गैंगवार अमेरिका में भी पीछा नहीं छोड़ेगी. जानकारी के लिए बता दें कि बबली की हत्या के बाद परिवार का परिवार डंकी से अमेरिका चला गया. सागर को यहां लगातार जान का खतरा था। वहीं नरेश का भी अभी विदेश में है लेकिन किस देश में वह रह रहा है इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है,