Haryana Weather Alert: हरियाणा के 14 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट, देखिये कब तक होगी बारिश ?

 
Haryana Weather Alert: हरियाणा के 14 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट, देखिये कब तक होगी बारिश ?
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हरियाणा में पिछले तीन दिनों से बरसात का सिलसिला जारी है। अगस्त पूरा सूखा रहने के बाद सितंबर में मानसून की कम ही गतिविधि देखने को मिली। भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी वर्षा का आंकड़ा देखें तो प्रदेश में ओवरआल पिछले तीन दिनों में 80 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। वहीं मौसम विभाग ने रविवार को भी पूरा दिन बरसात को लेकर अलर्ट जारी किया हुआ है।


26 सितंबर को राहत की उम्मीद है। फिलहाल कई जिलों में बूंदाबांदी का दौर भी जारी है। हरियाणा में पिछले दो दिन में ही औसत से अस्सी प्रतिशत अधिक बरसात दर्ज की गई है। प्रदेश के करनाल, पंचकूला, यमुनानगर, सिरसा, झज्जर, फतेहाबाद में औसत से 138 प्रतिशत अधिक बरसात दर्ज की गई है।

25 सितम्बर तक बने रहने की संभावना है। इस दौरान उत्तरी जिलों (पंचकुला,अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र , कैथल, करनाल) में कहीं कहीं हवाओं व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश परंतु दक्षिण व पश्चिमी जिलों में दक्षिण क्षेत्र के जिलों (महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल , फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी, चरखीदादरी) में कहीं कहीं बुंदाबांदी व हल्की बारिश की संभावना है। इस के बाद हरियाणा राज्य में आमतौर पर 26 सितम्बर से 28 सितंबर तक मौसम खुश्क रहने की संभावना है।

बरसात के बाद सबसे अधिक परेशानी किसानों को रही है। मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए मौसम बुलेटिन के अनुसार 1 जून 2022 से लेकर 24 सितंबर तक प्रदेश में औसत से एक फीसदी कम बरसात हुई है हालांकि सितंबर माह की अवधि में बरसात ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है।

मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा के अंबाला में अब तक मानसून में 395 एमएम भिवानी में 238 चरखी दादरी में 409 फरीदाबाद में 359 फतेहाबाद में 415 गुरुग्राम में 535 हिसार में 392 झज्जर में 496 दिन में 400 और कैथल में 424 एमएम बरसात हुई है .

इसी तरह से करनाल में 630 , कुरुक्षेत्र में 446 महेंद्रगढ़ में 454 लोगों में 508 पलवल में 446 पंचकूला में 684 पानीपत में 561 रेवाड़ी में 377 रोहतक में 439 सिरसा में 285 सोनीपत में 415 यमुनानगर में 571 मिलीमीटर बरसात हुई है पूरे प्रदेश में मानसून की अवधि में 422 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है।

सबसे अधिक नरमा, सब्जियों और बाजरे की फसल को नुक्सान हो रहा है। 1 सितंबर 2022 से 24 सितंबर के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस अवधि के दौरान फतेहाबाद, हिसार, रोहतक, पानीपत, कुरुक्षेत्र, चरखी दादरी और फरीदाबाद से 60 दर्ज की गई है। सिरसा, कैथल, भिवानी और पंचकूला में औसत से 20 से 60 फीसदी तक बरसात दर्ज की गई है।

प्रदेश के करनाल, झज्जर, महेंद्रगढ, गुरुग्राम और 5 जिलों में तो औसत से सो प्रतिशत अधिक बरसात दर्ज की गई है। इस बरसात की वजह से सबसे अधिक नुकसान बाजरा कपास और सब्जियों की फसल को पहुंचा है, वहीं धान की फसल में भी पानी खड़ा हो गया है। इस समय प्रदेश में करीब साढ़े 6 लाख हेक्टेयर में नरमा, 12 लाख हेक्टेयर में धान, करीब 4 लाख हेक्टेयर में सब्जियों का रकबा है ।