Haryana News: हरियाणा में सरपंच साहब का अजीब 'फर्जीवाड़ा', ढूंढे नहीं मिल रहा 10वीं की मार्कशीट वाला बोर्ड
हरियाणा के अंबाला जिले में एक सरपंच साहब ने अजीब फर्जीवाड़ा कर रखा है।
May 7, 2023, 11:57 IST
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Haryana News: हरियाणा के अंबाला जिले में एक सरपंच साहब ने अजीब फर्जीवाड़ा कर रखा है।
सरपंच ने 10वीं के फर्जी सर्टिफिकेट पर सरपंची का चुनाव जीता है।
ये मामला बराड़ा ब्लॉक के गांव नूरहद का है।
दरअसल CM विंडो पर शिकायत करने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी की जांच करने पर सामने आया है कि जिस बोर्ड से सरपंच ने 10वीं की है, वह कोई बोर्ड ही नहीं है।
इसके बाद पुलिस ने सरपंच के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
अंबाला के गांव नूरहद निवासी जसविंदर सिंह ने बताया कि उनके गांव में 12 नवंबर 2022 को सरपंच पद का चुनाव हुआ था।
जिसमें आरोप लगाए कि मौजूदा सरपंच ने 10वीं के फर्जी सर्टिफिकेट के साथ चुनाव लड़ा था।
आरोपी सरपंच पद का चुनाव भी जीत गया था।
फर्जीवाड़ा उजागर करने के लिए जसविंदर सिंह ने CM विंडो पर सरपंच दिलबाग सिंह के खिलाफ शिकायत सौंपी थी।
जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से जांच करने में सामने आया कि सरपंच दिलबाग सिंह के 10वीं क्लास का सर्टिफिकेट सेंट्रल बोर्ड ऑफ हाई एजुकेशन दिल्ली-44 का है
जबकि ये बोर्ड स्कूल शिक्षा बोर्ड परिषद की ओर से जारी किए गए रिकॉनाइज एजुकेशनल बोर्ड/काउंसिल की सूची में नहीं है।
इसके अलावा शिकायतकर्ता की ओर से खुद भी प्रमाण पत्र पर दिए गए पते पर रजिस्टर्ड डाक से प्रमाण पत्र वेरिफाई करने के लिए लिखा गया था
लेकिन यहां से एड्रेस नॉट फाउंड के कारण डाक वापस आ गई।
शिकायतकर्ता ने बताया कि गांव के सरपंच दिलबाग सिंह ने उसे और उसके परिवार को जान से खत्म करने की धमकी दी है।
सरपंच ने 10वीं के फर्जी सर्टिफिकेट पर सरपंची का चुनाव जीता है।
ये मामला बराड़ा ब्लॉक के गांव नूरहद का है।
दरअसल CM विंडो पर शिकायत करने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी की जांच करने पर सामने आया है कि जिस बोर्ड से सरपंच ने 10वीं की है, वह कोई बोर्ड ही नहीं है।
इसके बाद पुलिस ने सरपंच के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
अंबाला के गांव नूरहद निवासी जसविंदर सिंह ने बताया कि उनके गांव में 12 नवंबर 2022 को सरपंच पद का चुनाव हुआ था।
जिसमें आरोप लगाए कि मौजूदा सरपंच ने 10वीं के फर्जी सर्टिफिकेट के साथ चुनाव लड़ा था।
आरोपी सरपंच पद का चुनाव भी जीत गया था।
फर्जीवाड़ा उजागर करने के लिए जसविंदर सिंह ने CM विंडो पर सरपंच दिलबाग सिंह के खिलाफ शिकायत सौंपी थी।
जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से जांच करने में सामने आया कि सरपंच दिलबाग सिंह के 10वीं क्लास का सर्टिफिकेट सेंट्रल बोर्ड ऑफ हाई एजुकेशन दिल्ली-44 का है
जबकि ये बोर्ड स्कूल शिक्षा बोर्ड परिषद की ओर से जारी किए गए रिकॉनाइज एजुकेशनल बोर्ड/काउंसिल की सूची में नहीं है।
इसके अलावा शिकायतकर्ता की ओर से खुद भी प्रमाण पत्र पर दिए गए पते पर रजिस्टर्ड डाक से प्रमाण पत्र वेरिफाई करने के लिए लिखा गया था
लेकिन यहां से एड्रेस नॉट फाउंड के कारण डाक वापस आ गई।
शिकायतकर्ता ने बताया कि गांव के सरपंच दिलबाग सिंह ने उसे और उसके परिवार को जान से खत्म करने की धमकी दी है।