Haryana News: हरियाणा में HCS अधिकारी मीनाक्षी दहिया पर गिरफ्तारी की तलवार, एक लाख की रिश्वत केस में नाम

 
 Haryana News: हरियाणा में HCS अधिकारी मीनाक्षी दहिया पर गिरफ्तारी की तलवार, एक लाख की रिश्वत केस में नाम
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Haryana News: हरियाणा में एचसीएस अधिकारी मीनाक्षी दहिया की मुश्किलें लगातार बढती जा रही है। शनिवार को भी हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उनके आवास पर छापेमारी की लेकिन वो नहीं मिली। 

इस मामले में एसीबी की ओर से 29 मई को मत्स्य पालन विभाग की संयुक्त सचिव दहिया सहित तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए जाने के बाद उसी रात दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। मीनाक्षी दहिया फरार चल रही हैं। विभागीय रेकॉर्ड के मुताबिक, दहिया 45 दिन की चाइल्ड केयर लीव (CCL) पर हैं।

एसीबी ने मीनाक्षी दहिया, सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह और सेवादार सत्येंद्र सिंह पर रिश्वत लेने के आरोप में केस दर्ज किया था। आरोपी सत्येंद्र सिंह को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। 

वहीं, आरोपी जोगिंदर सिंह को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, एसीबी की एफआईआर भी सार्वजनिक हो गई है, जिसमें लिखा गया है कि आरोपी सत्येंद्र सिंह की ओर से जोगिंदर सिंह के माध्यम से एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया के कहने पर की गई। 

संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया की ओर से शिकायतकर्ता के खिलाफ चार्जशीट के आदेशों को हटाने के बदले में रिश्वत की मांग की गई है। इस चार्जशीट को संबंधित एसीएस की ओर से पहले ही ठीक करने की स्वीकृति प्रदान कर दी गई थी। आरोप है कि दहिया ने केवल आदेश जारी करने की एवज में पंचकूला के जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोड़ा से रिश्वत की मांग करनी शुरू कर दी थी।

एफआईआर में क्या है ?
एसीबी की एफआईआर के अनुसार, राजन खोड़ा ने आरोप लगाया है कि 29 मई 2022 को विभाग की ओर से उन पर झूठे आरोप लगाकर चार्जशीट किया गया था, ताकि जूनियर कश्मीर सिंह को उप निदेशक के पद पर पदोन्नत किया जा सके। 

लेकिन, उनके जूनियर की प्रमोशन होने से पहले मत्स्य पालन मंत्री ने मेरी चार्जशीट ड्रॉप कर दी थी, जिसके कारण उसकी प्रमोशन रुक गई। राजन का कहना है कि जांच अधिकारी की ओर से निर्दोष करार दिया गया और मंत्री ने फाइल एसीएस के पास भेज दी। उनकी ओर से जांच रिपोर्ट स्वीकृत करते हुए मंत्री को अनुमोदन के लिए भेजी गई। मंत्री ने अनुमोदन देते हुए एसीएस को चार्जशीट ड्रॉप करने के आदेश जारी किए।

एचसीएस अधिकारी ने पार्किंग में बनाई पैसे लेने की रणनीतिएफआईआर में आरोप है कि 17 अप्रैल को एसीएस से फाइल वापस आने के बाद विभाग की जॉइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया ने पहले तो अपने सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगेंद्र सिंह के जरिए रिश्वत के पैसे मांगे। 

इसके बाद ऑर्डर जारी करने की एवज में शिकायतकर्ता से चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में बुलाकर एक लाख रुपये की मांग की गई। राजन के अनुसार, चंडीगढ़ से उसके पंचकूला आने के बाद जोगेंद्र सिंह ने मीनाक्षी दहिया का नंबर वट्सऐप पर भेजते हुए कहा कि मैडम से बात हो गई है, आप उनसे वट्सऐप कॉल पर सीधी बात कर लो आपका काम हो जाएगा, मैडम ने हां कर दी है। 

इसके बाद उसने दहिया को फोन किया तो उन्होंने कहा कि कहा कि मेरी जोगेंद्र से बात हो गई है। आज ही आपके ऑर्डर जारी कर दिए जाएंगे। उसी दिन ऑर्डर जारी हो भी गए। राजन खोड़ा ने बताया कि करीब एक महीने बाद 22 मई को पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित एक होटल की कार पार्किंग में मैडम से मुलाकात हुई। 

पार्किंग में मैडम ने कहा कि किसी के शिकायत करने पर मेरा और आपका नाम विजिलेंस में चला गया है, इस कारण यह पेमेंट अभी तक होल्ड पर रखी हुई थी। दहिया ने पर्ची पर एक व्यक्ति का नाम और नंबर लिखकर दिया, जिसे पैसे देने थे। वह नंबर सत्येंद्र का था।