Haryana News: हरियाणा में रिश्वत केस में फंसी HCS अधिकारी: बचाने में जुटे CMO के मजबूत अफसर, हुड्‌डा सरकार में हुई थीं भर्ती

हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में भर्ती हुई एचसीएस अफसर मीनाक्षी दहिया का नाम रिश्वत केस में सामने आया है।
 
हरियाणा में रिश्वत केस में फंसी HCS अधिकारी: बचाने में जुटे CMO के मजबूत अफसर, हुड्‌डा सरकार में हुई थीं भर्ती
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Haryana News: हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में भर्ती हुई एचसीएस अफसर मीनाक्षी दहिया का नाम रिश्वत केस में सामने आया है। इस अफसर को बचाने की प्लानिंग शुरु हो गई है। मीनाक्षी दहिया मत्स्य विभाग में जॉइंट सेक्रेटरी है। रिश्वत मामले में हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो ने पंचकूला में में FIR दर्ज की है।


 
इस केस में सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगिंद्र सिंह और सेवादार सत्येंद्र सिंह गिरफ्तार हो चुके हैं। FIR में मीनाक्षी दहिया का भी नाम है। चीफ मिनिस्टर ऑफिस (CMO) के साथ 2 बड़े IAS अफसर मीनाक्षी को बचाने में जुट गए हैं। ACB की टीम मीनाक्षी दहिया की तलाश कर रही है।

CMO से जुड़े सूत्रों के अनुसार, CMO में मौजूद एक बड़ी पहुंच के साथ ही चंडीगढ़ में DC रहे एक IAS अफसर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुहांड (पड़ोसी गांव) के एक अफसर, मंडी बोर्ड से रिटायर हो चुके एक अधिकारी, हरियाणा टूरिज्म के एक एक्सईएन, एक सांसद के अफसर भाई, 2 मौजूदा IAS अधिकारी मीनाक्षी को बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।


इसलिए एक्टिव हुए अफसर
मीनाक्षी दहिया के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच से हरियाणा के कई अफसरों के राज खुलने का खतरा बना हुआ है। मीनाक्षी की गिरफ्तारी के बाद ACB द्वारा इनके मोबाइल की जांच कराई जाए तो कई ऐसे शांत से नजर आने वाले ब्यूरोक्रेट का भी पर्दाफाश हो जाएगा, जिनसे वॉट्सऐप पर लंबी चैट व चर्चा चलती रही है।

मीनाक्षी के भर्ती पर उठ चुके सवाल
मीनाक्षी दहिया भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के दौरान भर्ती हुए उसी 2013 बैच की HCS अधिकारी हैं, जिसमें चयनित होने वालों की संभावित लिस्ट को विपक्ष ने पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उजागर कर दिया था। मीनाक्षी HCS बनने से पहले टीचर थीं, लेकिन अपने फूफा की पहुंच व स्नेह के चलते HCS बनने में कामयाब हो गईं।

साल 2014 में हरियाणा में सत्ता परिवर्तन हुआ और भाजपा की सरकार बन गई, लेकिन मीनाक्षी ने इसके बावजूद कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। कितनी ही बार इन पर सवाल उठते रहे, लेकिन भाजपा सरकार में खुद के दम पर बनाई पहुंच के चलते हर बार बचती रहीं।

मत्स्य विभाग मुख्यालय पंचकूला में कार्यरत संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया, सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगिंद्र सिंह और सेवादार सत्येंद्र सिंह पर रिश्वत लेने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।

टीचर से बनी HCS अफसर
मीनाक्षी टीचर से सीधे HCS अफसर बनी थीं। कैथल के सफाई घोटाले समेत कई मामलों में मीनाक्षी का नाम तो जरूर आया, लेकिन किसी न किसी कारण से बाहर निकलने का रास्ता ढूंढने में कामयाब हो गईं।

अब फिर से वही अफसर एक बार फिर भंवर में फंसी मीनाक्षी को बचाने की कोशिश में लगे हैं, जिनके दरबार में 2014 से आना-जाना लगा है। सूत्रों का कहना है कि मीनाक्षी अब न फंसती तो CMO में बैठे बेहद पावरफुल अधिकारी से 4 जून के बाद हॉट सीट पर पोस्टिंग ऑर्डर जारी कराने में कामयाब हो जातीं।