Haryana News: हरियाणा की बेटी हिमपुत्री रीना भट्टी ने माउंट एवरेस्ट और माउंट ल्होत्से पर एक साथ फहराया तिरंगा

हिम श्रृंखला में अपना एक खास स्थान रखने वाले नेपाल देश से एक अच्छी खबर सामने आई है।
 
 Haryana News: हरियाणा की बेटी हिमपुत्री रीना भट्टी ने माउंट एवरेस्ट और माउंट ल्होत्से पर एक साथ फहराया तिरंगा 
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Haryana News: हिम श्रृंखला में अपना एक खास स्थान रखने वाले नेपाल देश से एक अच्छी खबर सामने आई है। हिमपुत्री के नाम से विख्यात जिला हिसार के धर्मनगरी गांव बालक की बेटी रीना भट्टी ने मात्र 20 घंटे 50 मिनट में विशाल पर्वतों की दो चोटियों पर एक साथ तिरंगा फहराकर देश का गौरव बढ़ाया है।

 

उनके मिशन में सहयोगी रहे लवकेश भाटिया ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब पिछले 3 महीने से रीना भट्टी अपने मिशन पर जुटी हुई थी, ऐसे में एक खुशखबरी हरियाणा प्रदेश वासियों के लिए मिली जिसमें रीना भट्टी ने माउंट एवरेस्ट को फतह करके उसकी चोटी पर देश का तिरंगा फहरा दिया है। 

 

उन्होंने बताया कि रीना भट्टी यही नहीं रुकी उसने इसके तुरंत बाद माउंट ल्होत्से पर भी तिरंगा फहराकर देश का गौरव बढ़ा दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार रीना भट्टी ने मात्र 20.5 घण्टे में विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट और दुनिया की चौथी सबसे ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से को फतह करके नेशनल रिकॉर्ड बनाया है और ऐसा करने वाली भारत देश की पहली लड़की बन गई है। 

 

इससे पहले भी माउंट एलब्रुस को मात्र 24 घंटे में दोनों ओर से फतह करने वाली देश की पहली बेटी का गौरव रीना भट्टी के नाम है। पर्वतारोही रीना भट्टी के इस मिशन की कामयाबी की खबर जब उनके गांव धर्मनगर बालक सहित आसपास क्षेत्र और जिला हिसार के साथ प्रदेश में पहुंची तो लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। 

रीना भट्टी कि कामयाबी पर उनके परिवारजनों, सगे संबंधियों और जान पहचान वाले तथा मिशन में साथ रहे सहयोगियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

कौन है रीना भट्टी 


हरियाणा के जिला हिसार से करीब 30 किलोमीटर दूरी पर स्थित धर्म नगरी बालक गांव के एक मजदूर परिवार की लड़की है रीना भट्टी। रीना के पिता ट्रैक्टर मैकेनिक और माता ग्रहणी है। रीना भट्टी के दो भाई और एक बहन हैं। 

एमसीए की पढ़ाई की और बचपन से ही संघर्ष करते हुए माउंट एवरेस्ट तक का सफर तय किया। रीना भट्टी पिछले लगभग 20 साल से ज्यादा समय से प्राइवेट नौकरी करती है जिससे अपने घर के गुजर बसर में सहयोग करती है वहीं उसी में से बचत कर अपने मिशन के लिए भी पैसा इकट्ठा करती रहती है।

माउंट एवरेस्ट फतह करने गई थी, पिछली बार केवल 50 मीटर की दूरी से वापिस आना पड़ा 

रीना भट्टी का जीवन शुरू से ही संघर्षों से भरा रहा है। पिछली बार माउंट एवरेस्ट को फतह करने के लिए गई रीना को ऑक्सीजन की कमी के कारण मात्र 50 मीटर की दूरी से वापस लौटना पड़ा। अपने मिशन को आंखों के सामने 50 मीटर की दूरी पर देख वापस लौटना जीवन का सबसे दुखदाई पल था, लेकिन मन में संकल्प लिया कि फिर दोबारा माउंट एवरेस्ट फतह करने आऊंगी और इस बार उन्होंने वह कर दिखाया।