Haryana news : हरियाणा में बूथ संचालक ने की आत्महत्या, फाइनेंसरों से तंग आकर उठाया कदम, बेटे के इलाज के लिए उठाए थे पैसे
Haryana news : हरियाणा के जींद शहर में वीटा बूथ संचालक ने आत्महत्या कर ली। शहर की शिवपुरी कॉलोनी में बूथ संचालक ने फाइनेंसरों से तंग आकर खुद को फांसी लगा ली। मृतक ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट छोड़ा है। मृतक ने फाइनेंसरों पर प्रताड़ित कर सुसाइड के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने 8 लोगों पर मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
बेटे के इलाज के लिए उठाए थे पैसे
शिवपुरी कालोनी निवासी सुरेंद्र ने शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके भाई मोहित ने नरवाना रोड पर वीटा बूथ खोला हुआ है और साथ में ही कबाड़ी का काम करता है। वर्ष 2022 में उसके भाई अमित का छोटा लड़का सीनू पैदा होते ही बीमार हो गया था। सीनू का हिसार के निजी अस्पताल में इलाज करवाया था। इलाज के लिए जुलानी रोड निवासी शीलो देवी से 8 लाख रुपए 10 प्रतिशत ब्याज पर उठाए थे।
पैसे ना मिलने पर दी धमकी
शीला के रुपए लौटाने के लिए उसके भाई मोहित ने अलग-अलग कंपनियों व फाइनेंसरों से रुपए उठाए थे। सोमवार को सतीश नाम का फाइनेंसर उसके बूथ पर गया और रुपए देने के लिए कहा, लेकिन मोहित ने कुछ समय मांगा। इस पर फाइनेंसर सतीश कुमार उसके भाई के साथ ही घर पर चला गया। वहां पर गाली गलौज करने लगा और धमकी दी कि जब तक उसके रुपए नहीं मिलेंगे, तब तक वह यहां से नहीं जाएगा।
दुकान में जाकर लगाई फांसी
इससे उसका भाई परेशान हो गया और दुकान में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। काफी देर तक वापस नहीं आने पर दुकान में जाकर देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। उसकी जेब से एक सुसाइड नोट मिला।
इन लोगों पर लगाया आरोप
इसमें उसने फाइनेंस पर रुपए देने वाले प्रवेश सरोहा, गांव संगतपुरा निवासी शीलो देवी, उज्जवीन बैंक कर्मचारी अनिकेत, श्री श्याम प्रॉपर्टी से सचिन गोलू, सतीश, सतीश लाठर, गांव शाहपुर निवासी अमित, पाला नर्सी के नाम लिखे हुए हैं और इन पर रुपए देने का दबाव बनाकर आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए हुए हैं।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर सभी आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है।