Haryana News : 3 साल की उम्र में एसिड अटैक से गंवाई थी आंखों की रोशनी, आज 10वीं में स्कूल टॉप पर हासिल की खास उपलब्धि

हरियाणा के हिसार जिले के गांव बुढ़ाना की एक 15 साल की बेटी ने दसवीं कक्षा में स्कूल में प्रथम स्थान हासिल कर शानदार उपलब्धि हासिल की है.
 
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Haryana News : हरियाणा के हिसार जिले के गांव बुढ़ाना की एक 15 साल की बेटी ने दसवीं कक्षा में स्कूल में प्रथम स्थान हासिल कर शानदार उपलब्धि हासिल की है. इस खास उपलब्धि की जितनी खुशी है, उतनी ही दर्दनाक इस बेटी के संघर्ष की कहानी है. महज 3 साल की उम्र में एसिड अटैक से इस लड़की ने अपनी आंखों की रोशनी को गंवा दिया था और चेहरा झुलसने से शक्ल बदसूरत हो गई जिससे लोगों के बीच जाने से हिचकने लगी थी.

लेकिन इस दर्दनाक घटना के बावजूद भी काफी नाम की इस लड़की ने हौसला बनाए रखा और चंडीगढ़ के ब्लाइंड स्कूल में दसवीं कक्षा में स्कूल टॉप किया. काफी ने दसवीं कक्षा में 95.20% अंक हासिल किए हैं. काफी की इस शानदार उपलब्धि पर उनके परिजन और पूरा स्कूल गौरवान्वित महसूस कर रहा है. काफी ने बताया कि बड़े होकर वह IAS ऑफिसर बनना चाहती है. 

पड़ोसियों ने फेंका था तेजाब

काफी ने बताया कि साल 2011 में होली वाले दिन पड़ोस में रहने वाले तीन लोगों ने उसके ऊपर तेजाब फेंक दिया. उस समय वह महज 3 साल की थी. पिता ने इलाज के लिए दिल्ली AIIMS में भर्ती कराया था. यहां डाक्टरों ने एक सप्ताह बाद स्पष्ट कर दिया था कि काफी अब जिंदगी भर देख नहीं पाएगी. तेजाब से झुलसने की वजह से उसकी आंखों की पूरी रोशनी चली गई है. साथ ही उसका पूरा मुंह और बाजू भी झुलस गए थे. डाक्टरों ने किसी तरह उसको बचा तो लिया था लेकिन यही से उसका और उसके घर वालों का संघर्ष जारी हो गया था.

दोषियों को महज 2 साल की सजा

भरे गले से बताते हुए काफी ने बताया कि जिन लोगों ने उसके ऊपर तेजाब फेंका था, उनको सजा दिलाने के लिए उसके पापा ने खूब संघर्ष किया लेकिन हिसार जिला अदालत ने उन्हें महज 2 साल की सजा सुनाई. आज सजा पूरी करने के बाद वो लोग आजादी से घूम रहे हैं लेकिन उन्हें देखकर आज भी उनका दिया दर्द उसे व उसके परिवार को झकझोर कर रख देता है. वहीं इस मामले को लेकर काफी के पिता ने बताया कि उन आरोपियों को अधिक से अधिक सजा दिलाने के लिए उन्होंने साल 2017 में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी लेकिन अब तक भी उस पर कोई फैसला नहीं हुआ है.