Haryana news : हरियाणा में आचार संहिता लगने से हवाई उड़ान की रफ्तार पर लगा ब्रेक, जानिए क्या-क्या परियोजनाएं रह गई अधूरी

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही आचार संहिता लग चुकी है। हिसार जिले के 7 विधानसभा सीटों पर एक अक्टूबर को वोटिंग होगी और 4 को रिजल्ट आएगा। 
 
 हरियाणा में आचार संहिता लगने से हवाई उड़ान की रफ्तार पर लगा ब्रेक, जानिए क्या-क्या परियोजनाएं रह गई अधूरी
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Haryana news : हरियाणा में विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही आचार संहिता लग चुकी है। हिसार जिले के 7 विधानसभा सीटों पर एक अक्टूबर को वोटिंग होगी और 4 को रिजल्ट आएगा। आचार संहिता लगने के साथ ही एयरपोर्ट से फ्लाइट, नए बस स्टेंड, नए नागरिक अस्पताल भवन, एलिवेटेड रोड, दिल्ली रोड को 6 लेन करने समेत कई बड़ी परियोजनाओं पर ब्रेक लग गया है।

 अब प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद ही इन परियोजनाओं का भविष्य तय होगा। इस बार जिले में 13,57,489 मतदाता हैं, इनमें 7,22,301 पुरुष, 6,35,177 महिला और 11 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। नारनौंद विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 1,15,541 मतदाता हैं। उधर, आचार संहिता लगते ही प्रशासन ने अधिकाधिक मतदान के लिए कमर कस ली है।

हिसार विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता हिसार में सितंबर से हवाई उड़ान शुरू होने का सपना दिखा रहे थे। एयरपोर्ट को लाइसेंस देने की प्रक्रिया चल रही थी और लाइसेंस मिलने के बाद सबसे पहले अयोध्या के लिए हवाई सेवा शुरू करने का दावा किया जा रहा था। एयरपोर्ट के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण दिया गया था, लेकिन आचार संहिता में यह काम पूरा होना संभव नहीं दिख रहा।


शहर के लिए नए बस अड्डे व नए नागरिक अस्पताल भवन का शिलान्यास कराने की भी तैयारी चल रही थी। सितंबर के पहले सप्ताह में शिलान्यास करने की संभावना थी। लोगों को यातायात जाम से राहत देने के लिए ऐलिवेटेड रोड बनाने की योजना पर भी चुनाव होने तक कोई काम नहीं हो सकेगा। इतना ही नहीं दिल्ली रोड को फव्वारा चौक से जिंदल चौक तक छह लेन करने का प्रस्ताव भी सिरे नहीं चढे़ा। चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद नई सरकार ही इन परियोजनाओं पर फैसला करेगी।


खाता खोलने के लिए लड़ेगी कांग्रेस
जिले में की 7 सीटों में से हिसार, हांसी, नलवा व आदमपुर में भाजपा के विधायक हैं। उकलाना, बरवाला व नारनौंद में जजपा के विधायक हैं। कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं है। 2019 के चुनाव में 7 में से आदमपुर सीट से कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई विधायक बने थे। 2022 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली। इसके बाद उपचुनाव में कुलदीप के बेटे भव्य बिश्नोई भाजपा विधायक बने। ऐसे में इस बार कांग्रेस फिर से अपना खाता खोलने के लिए चुनाव मैदान में उतरेगी, वहीं गठबंधन टूटने के कारण भाजपा और जजपा के सामने अपनी सीटें बरकरार रखने की चुनौती होगी।

मंत्री कमल गुप्ता के अनुसार
एयरपोर्ट के लिए लाइसेंस प्रक्रिया चल रही है। मुझे लगता है कि इसमें बाधा नहीं आनी चाहिए। अब कोई अधिकारी क्या फैसला लेगा देखना पड़ेगा। आचार संहिता के कारण कोई बाधा आई भी तो कुछ देरी होगी, लेकिन हवाई जहाज जरूर उड़ेगा। हमारी तीसरी बार की सरकार नवंबर में हवाई सेवाएं शुरू कर देगी। -डॉ. कमल गुप्ता, नागरिक एवं उड्डयन मंत्री, हरियाणा।

 
अधूरी रह गई पुलिस जिला को पूर्ण जिला बनाने की मांग
हांसी को पूर्ण जिला बनाए जाने की मांग सरकार के इस कार्यकाल में पूरी नहीं हो पाई। आचार संहिता लगने के साथ ही जिला बनाए जाने की उम्मीद लिए बैठे लोग मायूस हो गए। अब अक्टूबर में नई सरकार के गठन के बाद जिले की मांग फिर से उठेगी।

मुख्यमंत्री की आज को विजय संकल्प रैली अनाज मंडी में है। इस रैली में हांसी को जिला बनाए जाने की मांग विधायक विनोद भयाना की तरफ से मुख्य रूप से उठाई जानी थी। जिला बनने की उम्मीद में पूरे हलके में भी लोगों को रैली का इंतजार था, लेकिन शुक्रवार को आचार संहिता लगने के साथ ही जिला बनाए जाने की उम्मीद पर अभी के लिए पानी फिर गया है। आचार संहिता लगने से रैली में कोई घोषणा नहीं की जा सकेगी। जिला बनाए जाने के साथ-साथ पॉलिटेक्निक कॉलेज सहित 16 अन्य मांग रखी जानी थी। इस पर भी कोई घोषणा नहीं हो सकेगी।

2013 से जारी है जिला बनाने की मांग
जिला बनाने की मांग पहली बार जून 2013 में उठी थी। इसके बाद से लगातार जिला बनाओ संघर्ष समिति आंदोलन चला रही है। जिला बनवाने के लिए धरना-प्रदर्शन, आमरण अनशन, शहर बंद, हस्ताक्षर अभियान किए जा चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2016 में रैली के दौरान हांसी को पुलिस जिला घोषित किया था। पूर्ण जिले के लिए विधायक विनोद भयाना विधानसभा सहित अन्य कई कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री के समक्ष मांग उठा चुके हैं।

आचार संहिता लगने से जिला नहीं बन पाएगा। जिला न बनने से समिति के सभी सदस्य परेशान हैं। नई सरकार में फिर से जिला बनाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाएंगे। - रामनिवास फौजी, अध्यक्ष, जिला बनाओ संघर्ष समिति।

जिला बनाए जाने के लिए मैंने अपने इस कार्यकाल में पूरे प्रयास किए। विधानसभा में भी मांग उठाई, मुख्यमंत्री नायब सैनी व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष भी कई बार जिला बनाने की मांग रखी। रैली में भी यही मांग रखता। अब आचार संहिता लगने से घोषणा नहीं हो सकती। - विनोद भयाना, विधायक।