Haryana News: हरियाणा में 12 नए बाईपास से शहरों को जाम से मिली निजात, जल्द फाटक मुक्त राज्य भी हरियाणा
चंडीगढ़, 5 फरवरी : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि प्रदेश सरकार पिछले सवा चार साल से निरंतर सड़क तंत्र को मजबूत करने में लगी हुई है। इस दौरान 15,005 किलोमीटर लम्बाई की सड़कों की मरम्मत की गई और मजबूतीकरण किया गया तथा 1,550 किलोमीटर नया सड़क नेटवर्क तैयार किया गया।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत लगभग 2,500 किलोमीटर ग्रामीण सड़क का आधारभूत ढांचा बेहतर किया गया। इसी प्रकार 1,360 किलोमीटर लम्बाई की सड़क का नाबार्ड के फण्ड से सुधारीकरण किया गया।
कुल मिलाकर 20,399 किलोमीटर स्टेट फण्ड और केंद्र सरकार द्वारा दी गई आर्थिक सहायता से एमडीआर, ओडीआर, लिंक सड़कें और स्टेट हाइवेज का बेहतरीन तरीके से सुधार किया है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने ने यह भी जानकारी दी कि करनाल, अम्बाला, पिंजौर और झज्जर समेत 12 नेशनल हाइवेज के बाईपास बनाए गए हैं। साथ ही जींद और उचाना में भी केंद्र से बाईपास की स्वीकृति मिल गई है और जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उठाए गए इन सकारात्मक कदमों से शहरों में यातायात का दबाव कम होगा और जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि एक नेशनल हाइवेज पिंजौर से होकर हिमाचल प्रदेश के बद्दी में जाता है। इसमें वाहनों की संख्या ज्यादा होने के कारण पिंजौर और कालका में जाम की समस्या बनी रहती थी, लोगों की समस्या का समाधान करते हुए पिंजौर में भी बाईपास का निर्माण किया गया है, इसका 93 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से इस बाईपास के उदघाटन करवाने के लिए समय देने के लिए अनुरोध किया है। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि यमुनानगर शहर से पांवटा साहिब की तरफ जाने वाली सड़क पर भी वाहनों की अधिकता के कारण जाम की समस्या बनी रहती है।
इसके लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि इस नेशनल हाइवे पर शहर में ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए जगाधरी और यमुनानगर शहर के बाहर से एक बाईपास बनाया जाए, इसके लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से स्वीकृति मिल चुकी है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि राज्य सरकार ने दो साल पहले हरियाणा को एमडीआर और ओडीआर सड़कों पर बने रेलवे की फाटक से मुक्ति दिलाने के लिए फाटक मुक्त हरियाणा करने की दिशा में कदम उठाया था।
इसके लिए राज्य में आरओबी और आरयूबी निर्माण का खाका तैयार किया गया। अब तक 35 आरओबी बनकर तैयार हो चुके हैं और 52 आरओबी अगले छह माह में बन जाएंगे, साथ ही 43 आरओबी के निर्माण के लिए ड्राइंग एवं अन्य औपचारिकता पूरी हो गई है, जल्द ही इन पर भी काम शुरू हो जाएगा।
उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही राज्य की सभी एमडीआर और ओडीआर सड़कें फाटक मुक्त हो जाएगी।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने केंद्र सरकार द्वारा सहयोग दिए जाने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश को दो ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे दिए गए हैं। इनमें एक डबवाली से पानीपत तक बनेगा और दूसरा हिसार से रेवाड़ी (वाया तोशाम, बाढड़ा, महेंद्रगढ़) तक निर्मित किया जाएगा।
इनकी डीपीआर बन चुकी है और भारतमाला के फेज-ए के तहत जल्द ही जमीन अधिगृहीत की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। दुष्यंत चौटाला ने यह भी जानकारी दी कि पिछले तीन वर्षों में राज्य में लगभग 350 ऐसे ब्लैक -स्पॉट चिन्हित किए गए हैं जहां पर विभिन्न सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लोगों की जानें भी गई हैं।
इन सभी ब्लैक स्पॉट्स पर काम चल रहा है। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 300 अतिरिक्त ब्लैक-स्पॉट्स को भी ठीक करने की मंजूरी दी है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने यह भी बताया कि भविष्य में नेशनल हाइवेज की सड़क पर जिस भी वाहन का एक्सीडेंट होगा, अगर उसमें कोई व्यक्ति घायल होता है या किसी की मृत्यु होती है तो उस मामले में पुलिस द्वारा एफआईआर के साथ पीडब्लूडी विभाग के साथ जिओ-टैगिंग की जाएगी।
इससे एक्सीडेंट संभावित क्षेत्र का पता चल जाएगा ताकि भविष्य में उस स्थान पर आरओबी, आरयूबी बनाने अथवा कट को बंद करने की दिशा में कदम उठाया जा सके।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हिसार में जल्द ही करीब 750 करोड़ रूपए की लागत से एलिवेटिड रोड बनाया जाएगा, इसकी डीपीआर बन चुकी है और जल्द ही काम शुरू हो जायेगा।
उन्होंने बताया कि बहादुरगढ़ में 13.9 किलोमीटर लम्बी एलिवेटिड रेलवे लाइन की लगभग स्वीकृति मिल चुकी है। वहां पर एक आरओबी, तीन अंडरपास की भी मंजूरी मिल चुकी है, इसके बाद बहादुरगढ़ में चार रेलवे फाटकों से निजात मिल जाएगी। भविष्य में आसौदा में माल लोडिंग-अनलोडिंग का काम शिफ्ट किया जाएगा।
इसके अलावा दिल्ली-गुरुग्राम-फरुखनगर रेल लाइन का विस्तार किया जाएगा, इसे फरुखनगर से नई रेल लाइन के जरिए झज्जर-रेवाड़ी-रोहतक रेल लाइन से जोड़ा जाएगा और इसकी केंद्र सरकार से सहमति मिल चुकी है।