हरियाणा में पुलिस चौकी के बाहर युवक ने निगला जहर, हेड कांस्टेबल ने मांगी थी 5 हजार रिश्वत, जेल भेजने की धमकी दी तो किया सुसाइड
हरियाणा के पानीपत में पुलिस की मारपीट से परेशान होकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। युवक को 5 दि पहले जहर खाने के बाद गंभीर हालत में करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई।
परिजन अपनी शिकायत लेकर पानीपत SP कार्यालय पहुंचे। यहां परिजनों ने एसपी को 4 लिखित शिकायत देकर हेड कांस्टेबल सहित तीन लोगों पर परेशान करने, रिश्वत मांगने और धमकाने का आरोप है।
मामले की गंभीरता के देखते हुए SP ने परिजानों से कहा कि वह मामले में उचित कार्रवाई करेंगे। लेकिन परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती वह शव नहीं लेंगे।
गांव के ही व्यक्ति के साथ हुआ था झगड़ा
SP को दी शिकायत में मामन राम ने बताया कि वह गांव बिंझौल का रहने वाला है। उसका पोत गुरमीत का राजपाल के साथ झगड़ा हो गया था। झगड़े के दौरान राजपाल को चोट लगी थी। राजपाल ने इसकी शिकायत 8 मरला पुलिस चौकी को दी थी।
जिसके बाद राजपाल को 5 हजार रुपये देकर आपकी समझौता कर लिया था। लेकिन बाद में 8 मरला चौकी के जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल अभिमन्यु, राजपाल व सुरेश ने मिलकर उसके पोते पर दबाव बनाना शुरु कर दिया। हेड कांस्टेबल ने कहा कि राजपाल के द्वारा दी गई शिकायत को दफ्तर दाखिल करवाना है तो 5 हजार रुपये देने होंगे।
मृतक ने अपना मोबाइल बेचकर रिश्वत देने का वक्त मांगा था
जिस पर गुरमीत ने हेड कॉन्सटेबल अभिमन्यु व सुरेश को कहीं से उधार लेकर 3 हजार रुपए दिए। बाकी 2 हजार रुपए देने के लिए अभिमन्यु से समय मांगा। लेकिन अभिमन्यु ने कहा कि बाद में कहां से पैसे आएंगे, देने अभी भी है और बाद में भी। इसलिए अभी दे दो।
गुरमीत ने अभिमन्यु से कहा कि वह अपनो फोन बेच देगा जिसके बाद उन्हें पैसे देगा। इसके बाद अभिमन्यु तैश में आ गया और कहा कि ज्यादा दिन हैं तेरे पास, अगर देरी की तो तुझे राजपाल द्वारा दी गई शिकायत के द्वारा केस दर्ज कर जेल के अंदर डाल दूंगा।
जिसके बाद अभिमन्यु रोजाना गुरमीत को फोन कर परेशान करने लगा और केस दर्ज करने की धमकियां देता रहा। गुरमीत इसे नजरअंदाज करता रहा लेकिन अभिमन्यु ने उसे फोन कर धमकाना जारी रखा।
रिश्वत नहीं देने पर चौकी में बुला कर डंडों से पीटा
25 दिसंबर को गुरमीत को चौकी में बुलाया जहां अभिमन्यु ने उसकी थप्पड़ों और डंडो से पिटाई की और जेल के अंदर डाल देगा। सुबह शाम तक उसे चौकी में बैठाकर रखा और उसे इस शर्त पर छोड़ा कि वह चौकी में पेश होकर 2 हजार रुपये दे देगा।
26 दिसंबर को गुरमीत, राजपाल और सुरेश के साथ चौकी में गया और अभिमन्यु को कहा कि उसके पास पैसे नहीं है, उसे थोड़ा और समय दे दो। राजपाल और सुरेश ने भी समय देने को कहा।
गुरमीत वहां से चला गया। लेकिन कुछ ही देर बाद अभिमन्यु ने राजपाल और सुरेश के कहने पर गुरमीत को फोन किया और कहा कि वह उसे अंदर करेगा। अगर अंदर नहीं जाना, तो पैसे लेकर जल्दी आ आए।