यूक्रेन में फंसे 6300 लोगों में हरियाणा करनाल के हैं 650 बच्चे, सीएम के घर पहुंचे परिजन तो भावुक हो...
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद भारत में भी परेशानी बढ़ गई है। इसकी वजह हजारों भारतीयों का यूक्रेन में फंसे होना है। यूक्रेन में फंसे बच्चों और युवाओं के परिजन अपने प्रदेश के सीएम और देश के पीएम से बच्चों को सकुशल बचाने की गुहार लगा रहे हैं। इसकी कड़ी में यूक्रेन में फंसे करनाल के 650 बच्चों के परिजन बुधवार सीएम मनोहर लाल खट्टर के घर पहुंचे। यह उन्होंने बच्चों को निकालकर लाने की गुहार लगाई। परिजनों से मिलने आए सीएम प्रतिनिधि भी उनकी व्यथा सुनकर भावुक हो गए।
सीएम प्रतिनिधि ने दिलाया मदद का भरौसा
यूक्रेन में फंसे बच्चों के परिजनों से मिले सीएम के जनप्रतिनिधि ने प्रदेश सरकार तक पूरी बात को पहुंचाने का आश्वासन दिया। साथ ही कहा बताया कि फंसे 6300 में से करीब 650 युवा अकेले करनाल से हैं। जो यूक्रेन में इमरजेंसी होने के कारण कमरे में बंद हैं। परिजनों को एक ही चिंता सता रही है कि क्या उनके बच्चे वापस आ पाएंगे।
अब यूक्रेन में इमरजेंसी लग गई है। हमारी प्रधानमंत्री से अपील है कि हमारे बच्चों को वापस लाया जाए। इससे पहले अफगानिस्तान और चीन से भारतीयों को लेकर आए हैं। अब यूक्रेन से उन्हें लाया जा सकता है। हम तो पैसे दे सकते हैं। उन्हें ला तो नहीं सकते। परिवार की चिंता बनी हुई है। न तो हम वहां पर जहाज भेज सकते और न ही हम जहाज खरीद सकते हैं।
यह बच्चे प्रधानमंत्री के भी हैं। वहां पर इमरजेंसी लगी हुई है। सब कमरे में बंद हैं। कुछ खाने का है या नहीं कुछ नहीं बता रहे। मेरे बच्चे पोलैंड से 50-60 किलोमीटर दूर हैं। ऐसे बच्चों को दूसरे देशों में शिफ्ट किया जाना चाहिए। इस मामले में केंद्र सरकार का अहम योगदान रहेगा। परमात्मा से अरदास हैं कि बच्चों को सुरक्षित रखें।